बॉलीवुड अभिनेत्री और अब राजनीति में कदम रख चुकीं उर्मिला मातोंडकर ने आज सोमवार को शिवसेना का दामन थाम लिया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व पार्टी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में उन्होंने शिवसेना की सदस्यता हासिल की है। उर्मिला पिछले साल सक्रिय राजनीति में उतरी थीं जब उन्होंने 2019 का लोकसभा चुनाव कांग्रेस के टिकट पर लड़ा था। उस चुनाव के पांच महीने बाद ही उन्होंने कांग्रेस को अलविदा भी कह दिया था। उर्मिला मार्च-2019 में कांग्रेस में शामिल हुईं थीं। अभिनेत्री ने पार्टी में कामकाज के तरीकों पर सवाल उठाते हुए कांग्रेस को छोड़ दिया था। उर्मिला ने तब अपने बयान में कहा था, 'मेरी राजनीतिक और सामाजिक संवेदनाएं मुंबई कांग्रेस में एक बड़े लक्ष्य पर काम करने की बजाय छोटे घर की राजनीति के लिए इनकार कर रही हैं।' उर्मिला मातोंडकर ने मुंबई नॉर्थ से चुनाव लड़ा था। उनका मुकाबला बीजेपी के गोपाल शेट्टी से था। उर्मिला को इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था।
उर्मिला के शिवसेना में शामिल होने के कयास पिछले करीब एक महीने से लगाए जा रहे थे। कुछ ही दिन पहले शिवसेना ने उर्मिला मातोंडकर को विधान परिषद का सदस्य बनाने के लिए राज्यपाल को नाम भेजा था। महाराष्ट्र की महा विकास अघाड़ी की सरकार ने राज्यपाल के पास 12 नामों की सूची भेजी है। इस लिस्ट में उर्मिला का नाम शामिल है। महाराष्ट्र में फिलहाल शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के गठबंधन वाली सरकार है।
तीनों ही पार्टियों के चार-चार नेताओं का नाम राज्यपाल के पास भेजा था। एनसीपी ने एकनाथ खडसे, राजू शेट्टी, यशपाल भिंगे और आनंद शिंदे का नाम भेजा है। वहीं, कांग्रेस ने रजनी पाटिल, सचिन सावंत, मुझफ्फर हुसैन और अनिरुद्ध वनकर का नाम भेजा है। शिवसेना ने उर्मिला मातोंडकर, चंद्रकांत रघुवंशी, विजय करंजकर और नितिन बानगुडे पाटिल का नाम भेजा है।
आइये आपको बताते हैं उर्मिला मातोंडकर के करियर के बारे में
1980 में फिल्म कलयुग से बाल कलाकार के रूप में सिनेमा जगत में कदम रखने वाली मातोंडकर ने फिल्म नरसिम्हा से अभिनेत्री के रूप में डेब्यू किया था। जो कि 1991 में रिलीज हुई थी। रंगीला, जुदाई, सत्या जैसी फिल्मों में अपनी दमदार भूमिकाओं के साथ उन्होंने खुद को मुख्यधारा के हिन्दी सिनेमा की लोकप्रिय अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया। इसके बाद उन्होंने लोगों द्वारा पसंद की जाने वाली फिल्मों की एक लंबी श्रृंखला में काम किया। इनमें कौन, प्यार तूने क्या किया, भूत, और एक हसीना थी फिल्में खूब पसंद की गई थीं। अब देखना यह है कि वह फिल्मों की तरह राजनीति में भी एक लंबी पारी खेल पाती हैं या नहीं।