जम्मू-कश्मीरः शहरी निकाय चुनाव में बीजेपी ने मारी बाजी, साउथ कश्मीर की चार सीटों पर कब्जा
By धीरज पाल | Published: October 20, 2018 02:17 PM2018-10-20T14:17:09+5:302018-10-20T14:17:09+5:30
शहरी निकाय चुनाव का राज्य की दो बड़ी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस पार्टी और पीडीपी ने स्थानीय निकाय चुनाव का बहिष्कार किया था। राज्य की दोनों बड़ी पार्टियों ने आर्टिकल 35A का सहारा लेकर चुनाव का बहिष्कार किया है।
जम्मू-कश्मीर में शहरी निकाय चुनाव की वोटिंग के बाद मतगणना जारी है। आज 52 नगर निकायों में पड़े मतों के लिए गिनती शुरू हो चुकी है। ताजा रिपोट्स के मुताबिक उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र साउथ कश्मीर में बीजेपी ने चार जिलों में जीत दर्ज कर ली है। यह बीजेपी के लिए बड़ी जीत मानी जा रही है।
चुनाव अधिकारियों ने कहा कि बीजेपी ने आतंकवाद से प्रभावित 132 वार्डों में से 53 वार्ड जीते थे। भाजपा ने बडगाम के नारिसपोरा, हाउसिंग कॉलोनी ओमपोरा, डोबी मोहल्ला और मोहनपोरा म्यूनिसिपल वार्ड पर जीत दर्ज की। दक्षिण कश्मीर के 94 वार्डों के नतीजे अब तक घोषित किए गए हैं, जिसमें कांग्रेस 28 सीटें जीतने में सफल रही है। इस प्रकार पार्टी कम से कम तीन नगर पालिकाओं का नियंत्रण रखेगी।
देर शाम शहरी निकाय चुनाव के रिजल्ट भी आ जाएंगे। चुनाव विभाग के एक अधिकारी ने बताया, “संबंधित जिला मुख्यालयों में मतों की गिनती की सभी तैयारियां कर ली गई है। मतों की गिनती आज सुबह नौ बजे से शुरू हुई थी।
गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में 13 साल बाद शहरी निकाय चुनाव कराया गया है। राज्य के 79 शहरी स्थानीय निकायों में से सिर्फ 52 में मतदान हुआ। घाटी के 27 नगर निकाय सीट पर या तो कोई उम्मीदवार खड़ा नहीं था या सिर्फ एक उम्मीदवार होने से यहां निर्विरोध निर्वाचन हुआ। इस बार राज्य में चार चरणों में वोटिंग हुई है। वोटिंग का पहला चरण आठ अक्टूबर को शुरू हुआ था और अंतिम चरण के लिए वोटिंग 16 अक्टूबर को हुई थी।
शहरी निकाय चुनाव का राज्य की दो बड़ी पार्टी नेशनल कांफ्रेंस पार्टी और पीडीपी ने स्थानीय निकाय चुनाव का बहिष्कार किया था। राज्य की दोनों बड़ी पार्टियों ने आर्टिकल 35A का सहारा लेकर चुनाव का बहिष्कार किया है। वहीं आतंकी लगातार चुनाव को लेकर धमकी दे रहे हैं। जिसकी वजह से इस बार बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवारों के बीच सीधी टक्कर थी।