UP Politics News: युवा, महिला और लाभार्थी पर ध्यान देगी भाजपा, यूपी में वोटबैंक बढ़ाने के लिए बदली रणनीति, जानिए समीकरण, सभी 80 संसदीय सीटें पर फोकस
By राजेंद्र कुमार | Updated: January 17, 2024 17:35 IST2024-01-17T17:33:12+5:302024-01-17T17:35:40+5:30
UP Politics News BJP Lok Sabha Elections 2024: भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने यूपी में बीते लोकसभा चुनाव मिले वोटों से दस फीसदी अधिक वोट हासिल करने का टार्गेट तय किया है.

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UP Politics News BJP Lok Sabha Elections 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार देश का प्रधानमंत्री बनाने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने यूपी में अपनी चुनावी रणनीति बदली है. इसके चलते अब भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने यूपी में बीते लोकसभा चुनाव मिले वोटों से दस फीसदी अधिक वोट हासिल करने का टार्गेट तय किया है.
उक्त टार्गेट को पूरा करने के लिए पार्टी अब जातीय सम्मेलन करने की बजाए युवाओं, महिलाओं और लाभार्थियों पर फोकस करेगी. महिला मतदाताओं को साधने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से संपर्क और संवाद बढ़ाएगी. क्लस्टर, कास्ट और कॉर्पोरेट स्टाइल के सहारे यूपी की सभी 80 संसदीय सीटें जीतने का प्रयास करेगी.
यूपी को 20 क्लस्टर में बांटा, मंत्री बने प्रभारी
यूपी की चुनावी तैयारियों को लेकर दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ हुई बैठक में यह फैसला किया गया है. इस बैठक में शामिल हुए नेताओं से अनुसार,पीएम मोदी इसी यूपी में दो बार सबसे अधिक सीटें हासिल कर केंद्र की सत्ता पर काबिज हो चुके हैं और अब वह हैट्रिक लगाने की कोशिश में हैं.
इसी के मद्देनजर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने यूपी में क्लीन स्वीप यानि सभी 80 सीटें जीतकर नया इतिहास रचना की प्लानिंग की है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए भाजपा नेताओं ने विपक्ष की रणनीति को फेल करने के लिए यूपी की 80 लोकसभा सीटों को भाजपा ने 20 क्लस्टर में बांटा है. हर क्लस्टर का कैप्टन योगी सरकार के एक मंत्री को बनाया गया है.
एक क्लस्टर में तीन से चार लोकसभा सीटें रखी गई हैं. इस तरह से योगी सरकार के 12 मंत्रियों को क्लस्टर प्रभारी बनाया है. इसके अलावा 4 पूर्व मंत्रियों और संगठन के मंझे हुए नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है. पार्टी के मिशन-80 को पूरा करने के लिए बकायदा कॉरपोरेट तरीके से स्ट्रैटेजी बनाई है और सोशल इंजीनियरिंग के दांव पेच का भी ध्यान रखा गया है.
मंत्री के देखरख में चलेगा अभियान
कर क्लस्टर प्रभारी की देखरेख में पार्टी युवा, महिला और लाभार्थियों को जोड़ने के लिए पार्टी के अभियान चलाएगी. इसी क्रम में यह तय किया गया है कि यूपी के सभी लोकसभा क्षेत्रों में विपक्षी दलों के ऐसे नेता जो अपने दल में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं, उन्हें भाजपा से जोड़ना है, लेकिन भाजपा में शामिल करने से पहले कोई आश्वासन नहीं देना है.
ताकि ओपी राजभर और दारा सिंह चौहान जेसी चूक ना हो. भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने इन दोनों ही नेताओं को अपने साथ दोबारा जोड़ने के लिए उन्हे योगी सरकार में मंत्री बनाए जाने का वादा किया था. अब ऐसा वादा अन्य दल से भाजपा में शामिल होने वाले नेता से नहीं किया जाएगा.
इसी तरह से पार्टी में बदली रणनीति के तहत अब पार्टी जातीय सम्मेलन करने की जगह पार्टी युवाओं, महिलाओं और लाभार्थियों पर फोकस करेगी. इसके लिए पार्टी राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के महिला स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं से संपर्क और संवाद बढ़ाएगी. अनुसूचित जाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के युवाओं और महिलाओं से लगातार संवाद कसेगी.
मजदूर वर्ग से लेकर प्रबुद्ध वर्ग, खिलाड़ियों, भूतपूर्व सैनिकों सहित प्रत्येक वर्ग के बीच जाकर उन्हे अपने साथ जोड़ने संबंधी अभियान चलाए जाएंगे. पार्टी नेताओं से अनुसार यूपी के हर लोकसभा क्षेत्र में 31 जनवरी तक चुनाव कार्यालय खोलकर इस अभियान को शुरू करने के निर्देश भी पार्टी संगठन को दिया गया है.