लखनऊ:उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में अपराधियों को ढूंढने का दावा करने वाली पुलिस मंगलवार तड़के होटल के एक कमरे में घुसी और कथित तौर पर पुलिस प्रताड़ना के कारण कानपुर के एक 38 वर्षीय प्रॉपर्टी डीलर की मौत हो गई.
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस ने अभी मामला दर्ज नहीं किया है. रामगढ़ताल थाने के थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.
पुलिस ने दावा किया है कि मनीष कुमार गुप्ता की होटल के कमरे में गिरने के बाद मौत हो गई.
हालांकि, पीड़ित की पत्नी ने गोरखपुर के पुलिस अधीक्षक को शिकायत दर्ज कराई कि पुलिसकर्मियों ने उनके पति के साथ दुर्व्यवहार किया और जब उसने उनके व्यवहार पर आपत्ति जताई, तो उसके साथ मारपीट की गई, जिससे गंभीर चोटें आईं और उसकी मौत हो गई.
गोरखपुर के एसपी विपिन टाडा ने एक बयान में कहा कि अपराधियों की तलाशी के दौरान रामगढ़ताल थाने की पुलिस एक होटल में गई. एक कमरे में अलग-अलग शहरों के तीन संदिग्ध युवक ठहरे हुए थे. पुलिस टीम जब होटल मैनेजर के साथ वहां गई तो दहशत में कमरे में मौजूद एक व्यक्ति गिरकर घायल हो गया. इसके बाद हमारे लोगों ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसका इलाज किया गया. बीआरडी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. डॉक्टरों का एक पैनल पोस्टमार्टम करेगा. तीनों लोग यहां क्यों थे, इसका पता लगाने के लिए जांच की जाएगी.
गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी ने कहा कि मेरे पति किसी काम से गोरखपुर गए थे. उन्होंने दो अन्य लोगों के साथ एक होटल में एक कमरा बुक किया, जो मेरे पति से व्यापार के सिलसिले में मिल रहे थे. बाद में उन्होंने मुझे बताया कि मेरे पति को पुलिसकर्मियों ने बहुत बुरी तरह पीटा था.
मीनाक्षी ने आगे कहा कि मैंने भी उससे बात की और उन्होंने कहा कि उन्हें कॉल डिस्कनेक्ट करना है. वह दहशत की स्थिति में थे. फिर उन्होंने मेरे भतीजे को फोन किया और कहा कि पुलिस उन्हें प्रताड़ित कर रही है और रामगढ़ताल थाने ले जा रही है.
चार साल के बच्चे की मां मीनाक्षी ने कहा कि उनकी शिकायत के बावजूद पुलिस ने अभी तक मामला दर्ज नहीं किया है.