UP News: योगी सरकार का विशेष अभियान एक-एक गरीब का बनेगा अंत्योदय राशन कार्ड, इसमें सीएम योगी का जिला गोरखपुर अव्वल
By राजेंद्र कुमार | Updated: May 5, 2025 23:25 IST2025-05-05T23:25:32+5:302025-05-05T23:25:32+5:30
अब तक प्रदेश में 3.16 करोड़ से अधिक परिवारों के सामान्य राशन कार्ड और 40.73 लाख से अधिक परिवारों के अंत्योदय राशन कार्ड बनाए जा चुके हैं. जिससे करीब 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है.

UP News: योगी सरकार का विशेष अभियान एक-एक गरीब का बनेगा अंत्योदय राशन कार्ड, इसमें सीएम योगी का जिला गोरखपुर अव्वल
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में वर्ष 2027 में विधानसभा चुनाव होने हैं. इन चुनावों को ध्यान में रखते हुए सूबे की योगी सरकार तमाम फैसले ले रही हैं. इसी क्रम में अब यूपी में गरीबों को दिए जराहे मुफ्त राशन का दायरा बढ़ाया जाएगा. इसके लिए योगी सरकार ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) के तहत एक-एक पात्र गरीब को चिन्हित कर राशन कार्ड जारी करने का अभियान शुरू किया है.
अब तक प्रदेश में 3.16 करोड़ से अधिक परिवारों के सामान्य राशन कार्ड और 40.73 लाख से अधिक परिवारों के अंत्योदय राशन कार्ड बनाए जा चुके हैं. जिससे करीब 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन मिल रहा है.
सरकार का लक्ष्य हर जरूरतमंद तक राशन पहुंचाना है और इसके लिए अभियान चलाकर पात्रता की पहचान की जा रही है. सरकार के इस अभियान के चलते राज्य में मुफ्त राशन का दायरा बढ़ेगा.
इस तरह से बनाए जा रहे कार्ड :
खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों के अनुसार, प्रदेश में एक-एक पात्र गरीब की पहचान कर उसका कार्ड बनाने के लिए शुरू किए गए अभियान के तहत आधार-लिंक्ड सत्यापन और ऑनलाइन आवेदन प्रणाली का उपयोग किया जा रहा है.
जिला प्रशासन के अधिकारी इस कार्य में नियमित निगरानी और समीक्षा करते हुए गरीबों के कार्ड बनवा रहे हैं, ताकि कोई भी पात्र गरीब परिवार राशन से वंचित न रहे. इसके साथ ही राशन दुकानों को डिजिटल करने और पीओएस मशीनों के उपयोग से वितरण प्रणाली को और मजबूत किया गया है.
सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हर महीने पात्र परिवारों को गेहूं, चावल, दाल और अन्य आवश्यक वस्तुएं मुफ्त में मिलें.
सामान्य राशन कार्ड वितरण में प्रयागराज प्रथम :
खाद्य एवं रसद विभाग द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक प्रदेश में राशन कार्ड वितरण के मामले में प्रयागराज जिला सबसे आगे है. प्रयागराज जिले में 9,34,677 सामान्य राशन कार्ड और 40,29,226 लाभार्थी दर्ज किए गए हैं. इसके बाद दूसरे स्थान पर सीतापुर जिला है, जहां 7,74,576 राशन कार्ड और 31,60,253 लाभार्थी हैं.
आगरा ने तीसरा स्थान हासिल किया है, यहां 7,38,939 राशन कार्ड बनाए, जिनसे 30,80,875 लाभार्थी जुड़े हैं. चौथे स्थान पर लखनऊ हैं जहां 7,01,070 राशन कार्ड के जरिए 29,08,145 लाभार्थी जुड़े हैं. जौनपुर जिला पांचवें स्थान पर है, जहां 6,91,216 राशन कार्ड और 30,56,416 लाभार्थी हैं.
छठे स्थान पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जिला गोरखपुर हैं जहां 6,72,749 राशन कार्ड बनाए गए, जिनसे 26,79,692 लोग लाभान्वित हो रहे हैं. सातवें स्थान पर आजमगढ़ है जहां 6,70,679 राशन कार्ड और 30,86,602 लाभार्थी हैं. राशन कार्ड वितरण में बरेली आठवां स्थान हासिल किया है यहां 6,70,677 राशन कार्ड के जरिए 29,19,581 लाभार्थियों के मुफ्त राशन का लाभ मिल रहा है.
वहीं नौवें स्थान पर सिद्धार्थनगर है यहां 5,89,160 राशन कार्ड और 16,97,709 लाभार्थी हैं. 10वें स्थान पर लखीमपुर खीरी है जहां 5,86,592 राशन कार्ड और 23,95,374 लाभार्थी दर्ज किए गए हैं.
अंत्योदय राशन कार्ड वितरण में गोरखपुर पहले स्थान पर :
इसी प्रकार राज्य में अंत्योदय राशन कार्ड वितरण का भी कार्य चल रहा है. खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों के मुताबिक प्रदेश में बेहद गरीब व्यक्ति को चिन्हित कर उनका राशन कार्ड जारी करने के मामले में सीएम योगी के जिले गोरखपुर ने बाजी मारी है.
गोरखपुर में 1,26,392 अंत्योदय राशन कार्ड बनाए गए हैं. दूसरे स्थान पर सीतापुर है जहां 1,11,714 अंत्योदय राशन कार्ड बने है. लखीमपुर खीरी ने तीसरा स्थान हासिल किया है जहां 1,09,395 अंत्योदय राशन कार्ड बने हैं. चौथे स्थान पर आजमगढ़ है यहां 1,05,782 अंत्योदय राशन कार्ड के गरीबों को राशन मिल रहा है।
पांचवें स्थान पर बरेली जिला हैं, यहां 97,996 अंत्योदय राशन कार्ड धारक मुफ्त राशन पा रहे हैं. छठवें स्थान पर प्रयागराज है जहां 86,613 अंत्योदय राशन कार्ड बने हैं. सातवें स्थान पर 82,334 अंत्योदय राशन कार्ड बनाकर सिद्धार्थनगर स्थान है. जबकि जौनपुर ने आठवां स्थान हासिल किया है, इस जिले में 1,25,472 अंत्योदय राशन कार्ड बने हैं.
नौवें स्थान पर लखनऊ है जहां 48,903 अंत्योदय राशन कार्ड बने हैं और 10वें स्थान पर कांच कारोबार में अव्वल रहने वाला जिला फिरोजाबाद है, इस जिले में 32,231 अंत्योदय राशन कार्ड बने हैं.