भाजपा की जीत के लिए मायावती ने मुस्लिमों को ठहराया जिम्मेदार, कहा- सपा को वोट देने की भूल सुधारे मुस्लिम समाज
By विशाल कुमार | Published: March 29, 2022 12:45 PM2022-03-29T12:45:07+5:302022-03-29T12:46:35+5:30
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सपा एवं भाजपा की अंदरूनी मिलीभगत जग-जाहिर है कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम कराकर (हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करके) यहां भय एवं आतंक का माहौल बनाया, जिससे खासकर मुस्लिम समाज गुमराह हुआ और उसने सपा को एकतरफा वोट देने की भारी भूल की।
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने राज्य में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) पर विधानसभा चुनाव में मिलीभगत करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को दावा किया कि मुस्लिम समाज सपा को एकतरफा वोट देने की ‘‘अपनी भूल को सुधारे, तभी भाजपा को यहां हराना संभव’’ होगा।
मायावती ने ट्वीट किया, ‘‘उत्तर प्रदेश में सपा एवं भाजपा की अंदरूनी मिलीभगत जग-जाहिर है कि उन्होंने विधानसभा चुनाव में हिन्दू-मुस्लिम कराकर (हिंदू-मुस्लिम की राजनीति करके) यहां भय एवं आतंक का माहौल बनाया, जिससे खासकर मुस्लिम समाज गुमराह हुआ और उसने सपा को एकतरफा वोट देने की भारी भूल की। इस भूल को सुधार कर ही भाजपा को यहां हराना संभव है।’’
उल्लेखनीय है कि राज्य विधानसभा की 403 सीटों के चुनाव के 10 मार्च को आए परिणाम में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को 273, सपा गठबंधन को 125, कांग्रेस और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक को दो-दो सीट मिलीं जबकि बसपा मात्र एक सीट पर सिमट कर रह गई।
इससे पहले भी मायावती ने कहा था कि मुस्लिम समाज ने उत्तर प्रदेश में बार-बार आजमाई पार्टी बसपा से ज्यादा समाजवादी पार्टी (सपा) पर भरोसा कर बड़ी ‘भारी भूल’ की है।
इसके साथ ही उन्होंने मीडिया को जातिवादी करार देते हुए कहा था कि उसने मुसलमानों और भाजपा विरोधी मतदाताओं को दूर करने के लिए बसपा को "भाजपा की बी टीम" बताया।
पार्टी ने 2017 के उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में 19 सीट जीती थीं और 21 प्रतिशत से अधिक वोट हासिल करने में सफल रही थी। लेकिन इस बार बसपा 12.73 फीसदी मतों के साथ इकाई के अंक तक सिमट गई है।