यूपी: सपा के MLC उम्मीदवार कफील खान पर एफआईआर दर्ज, महिला मरीज की जांच के लिए जबरन एंबुलेंस में घुसने का आरोप
By विशाल कुमार | Published: March 31, 2022 10:20 AM2022-03-31T10:20:29+5:302022-03-31T16:47:31+5:30
घटना 26 मार्च की है, लेकिन भलुहानी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में कार्यरत एंबुलेंस चालक प्रकाश पटेल की शिकायत पर मंगलवार को कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया।
लखनऊ:समाजवादी पार्टी के एमएलसी उम्मीदवार और बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. कफील खान पर देवरिया में एक लोक सेवक के कार्य में बाधा डालने के लिए आपराधिक बल का उपयोग करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।
आरोप है कि खान एक महिला रोगी की जांच करने के लिए ड्राइवर के रोकने के बावजूद एक एम्बुलेंस में जबरन घुस गए। हालांकि देवरिया-कुशीनगर सीट से एमएलसी का चुनाव लड़ रहे खान ने आरोप लगाया है कि मामला राजनीति से प्रेरित है।
घटना 26 मार्च की है, लेकिन भलुहानी में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) में कार्यरत एंबुलेंस चालक प्रकाश पटेल की शिकायत पर मंगलवार को कोतवाली थाने में मामला दर्ज किया गया।
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि चूंकि एम्बुलेंस में आवश्यक मात्रा में ऑक्सीजन नहीं थी, इसलिए वे अपने साथ अंबु बैग (कृत्रिम मैनुअल ब्रीदिंग यूनिट) ले जा रहे थे। लेकिन, अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में पहुंचते ही महिला की मौत हो गई।
28 मार्च को खान ने अपने ट्वीट में कहा कि जिस एंबुलेंस में महिला को जिला अस्पताल लाया गया, उसमें ऑक्सीजन सिलेंडर खाली था। इसके अलावा, अस्पताल में कोई अंबु बैग, लैरींगोस्कोपी, ईटी ट्यूब (एंडोट्रैचियल ट्यूब) और जीवन रक्षक दवाएं नहीं थीं। खान ने कहा कि जब मैं अस्पताल से बाहर आ रहा था तो एक युवक ने मुझसे एंबुलेंस के अंदर पड़ी अपनी मां की जांच करने को कहा।
बहुत दुखी हूँ कल जिनको गोरखपुर रेफ़र किया था उनका इंतकाल हो गया😢
— Dr Kafeel Khan (@drkafeelkhan) March 28, 2022
मिश्रा जी की माँ जिस 108 एम्बुलेंस से लायी गयी थी उसका ऑक्सिजन सिलेंडर ख़ाली था सदर हॉस्पिटल देवरिया में ना अंबु बैग था,ना लेरिंगोस्कोप था,ना ईटी ट्यूब ,ना जीवन रक्षक औषधि
मिश्रा जी की माँ का भी देहांत हो गया 😢🤲 pic.twitter.com/XLKYt0CIii
उन्होंने कहा कि मेरा मानना है कि मेरे खिलाफ मामला इसलिए दर्ज किया गया क्योंकि अस्पताल और एंबुलेंस में मुझे जो कमियां मिलीं, उसके बारे में मैंने ट्वीट किया था। मेरे खिलाफ मामला राजनीति से प्रेरित है। मैं चुनाव लड़ रहा हूं और लोग मेरा समर्थन कर रहे हैं। मेरा ध्यान भटकाने के लिए उन्होंने मेरे खिलाफ केस कर दिया। मैं इस मामले को अपने उत्पीड़न की निरंतरता के रूप में देखता हूं।
देवरिया के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट कुंवर पंकज सिंह ने कहा कि जांच के दौरान उन्होंने पाया कि खान द्वारा एम्बुलेंस में आवश्यक सुविधाओं की कमी के आरोप झूठे थे।
पिछले साल नवंबर में, राज्य सरकार ने खान को सेवाओं से बर्खास्त कर दिया था, यह कहते हुए कि यह निर्णय गोरखपुर के बीआरडी अस्पताल में कथित ऑक्सीजन की कमी के कारण बच्चों की मौत से जुड़ा था। इसके बाद इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने खान को निलंबित करने के यूपी सरकार के आदेश पर रोक लगा दी।
साल 2017 में, अस्पताल में बच्चों की मौत के बाद खान को निलंबित कर दिया गया था और गिरफ्तार कर लिया गया था। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं।