यूपी चुनावः 10 मार्च को दंगा करनेवाले शांत हो जाएंगे, बोले योगी आदित्यनाथ- सपा नाम समाजवादी, सोच परिवारवादी और काम दंगावादी
By भाषा | Updated: February 4, 2022 07:44 IST2022-02-04T07:41:55+5:302022-02-04T07:44:49+5:30
सपा सरकार की याद दिलाते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पांच साल पहले सपा की सरकार में वहां बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं। महिलाएं घर से बाहर नहीं निकल पाती थीं।

यूपी चुनावः 10 मार्च को दंगा करनेवाले शांत हो जाएंगे, बोले योगी आदित्यनाथ- सपा नाम समाजवादी, सोच परिवारवादी और काम दंगावादी
गोरखपुरः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व के शासनकाल को सुरक्षा, विकास और जनकल्याण की योजनाओं के प्रति विफलता को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि सपा का नाम 'समाजवादी', सोच 'परिवारवादी' और काम 'दंगावादी' है। उन्होंने कहा कि सपा सरकार ने गुंडे, माफियाओं के आगे घुटने टेक दिए थे तथा बुजुर्गों, महिलाओं और दिव्यांगों को दी जाने वाली पेंशन अपनी पार्टी के पदाधिकारियों को समाजवादी पेंशन के नाम पर बांट दी थी।
सीएम योगी ने कहा कि जनता ने सपा की तुलना में बीते पांच साल में भाजपा की डबल इंजन सरकार को देखा है, आज उसका परिणाम है कि पूरे प्रदेश में भाजपा को जनता का प्रचंड समर्थन मिल रहा है। तीन दिवसीय दौरे पर बृहस्पतिवार दोपहर बाद गोरखपुर पहुंचे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पार्टी पदाधिकारी बैठक को संबोधित कर रहे थे। विधानसभा चुनाव में भाजपा की प्रचंड जीत के लिए पार्टीजनों में जोश भरते हुए उन्होंने कहा कि वह लगातार पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में चुनाव प्रचार में जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग की कतिपय पाबंदियों के चलते सभाओं में लोगों की संख्या सीमित की गई है लेकिन सड़कों पर जनता का उत्साह देखते ही बनता है।
पश्चिमी यूपी का जिक्र करते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘पश्चिमी यूपी में एक ही मुद्दा है, सुरक्षा का। मीडिया जब लोगों से यह पूछ रही है कि भाजपा को ही वोट क्यों देंगे, तो जनता से जवाब मिल रहा कि भाजपा सरकार ने हमें सुरक्षा का वातावरण दिया है।’’ मुख्यमंत्री ने कहा ,‘‘ पांच साल पहले सपा की सरकार में वहां बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थीं। महिलाएं घर से बाहर नहीं निकल पाती थीं। व्यापारी अपने प्रतिष्ठान नहीं खोल पाते थे। लोगों का पलायन होता था। दंगे होते थे। पूरी तरह असुरक्षा का वातावरण था। पर, भाजपा के पांच वर्ष के शासन के दौरान किसी ने दंगा का नाम सुना क्या। कोई दरिंदा किसी बहन-बेटी के साथ जबरदस्ती कर सकता है क्या। आज आधी आबादी बेहिचक कहती है, भाजपा सरकार ने हमें सुरक्षा दी है, यही तो रामराज्य है। हम सुरक्षित हैं तो कुछ भी करने में समर्थ हैं। इसलिए वोट तो बीजेपी को ही देंगे।’’
मुख्यमंत्री ने एक बार फिर कहा कि 10 मार्च (मतगणना की तारीख) के बाद दंगा करने वाले शांत हो जाएंगे। इससे पहले प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी ने घोषणा की कि कोरोना की तीसरी लहर नियंत्रण में है और इसे ध्यान में रखते हुए छह फरवरी से स्कूल/कॉलेज खोले जाएंगे । उन्होंने कहा कि 17 जनवरी को राज्य में सक्रिय मामले 1,01,600 थे और अब यह 41,000 हो गए हैं और एक सप्ताह के भीतर यह शून्य हो सकते है।