यूपी चुनाव: रामपुर की बेगम बनीं चर्चा का विषय, सुबह भाजपा और शाम को कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 13, 2022 09:37 AM2022-02-13T09:37:26+5:302022-02-13T09:37:26+5:30
यूपी के रामपुर जिले में कल मतदान है। यहां एक ही परिवार से बेटे को भाजपा से और पिता को कांग्रेस से टिकट मिला है।
मनोज मुल्ये
रामपुर: एक बेगम इन दिनों उत्तर प्रदेश के रामपुर में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। चुनाव में वह सुबह कांग्रेस और शाम को भाजपा का प्रचार करती दिखती हैं। उनके पति को एक निर्वाचन क्षेत्र से कांग्रेस का तो दूसरे क्षेत्र में बेटे को भाजपा का टिकट मिला है। बेगम का नाम यासीन अली खान है।
यासीन अली खान के पति नवाब काजिम खान रामपुर क्षेत्र से कांग्रेस उम्मीदवार हैं। वहीं बेटा हैदर अली खान इसी जिले की स्यार टांडा सीट से भाजपा से मैदान में है। रामपुर जिले की राजनीति में दो लोगों का सबसे ज्यादा दबदबा है। एक हैं सपा के आजम खान और दूसरे नवाब काजिम अली खान हैं।
आजम खान ने नवाब परिवार से ही राजनीति के सबक लेते हुए इलाके में नाम कमाया है। रामपुर शहर से 1985 से लेकर 2017 तक (1996-2002 को छोड़कर) आजम खान विधायक बनते आए हैं। साल 2019 में आजम खान ने लोक सभा चुनाव के लिए विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था।
आजम ने अब नवाब काजिम को चुनौती दे डाली है। नवाब 1996 से स्वार टांडा से विधायक हैं। 2017 में आजम के बेटे अब्दुल्ला ने उन्हें हराया था। बदला लेने के लिए नवाब ने अब आजम के खिलाफ रामपुर से पर्चा भरा है।
रामपुर: दो बाप-बेटों में लड़ाई
रामपुर में आजम खान और नवाब काजिम अली आमने-सामने हैं तो स्वार टांडा में आजम खान के बेटे अब्दुल्ला खान को नवाब काजिम अली के बेटे हैदर अली खान (भाजपा) से चुनौती मिल रही है। यूपी में 7 चरणों में चुनाव हो रहे हैं। रामपुर में पांच विधानसभा सीट हैं और इन सभी सीटों पर दूसरे चरण में 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे। वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।