UP Election 2022: यूपी चुनाव में कांग्रेस ने जातीय समीकरण का रखा है ध्यान, महिला वोटर्स को भी लुभाने की कोशिश
By शीलेष शर्मा | Updated: January 20, 2022 21:26 IST2022-01-20T21:26:32+5:302022-01-20T21:26:32+5:30
उत्तर प्रदेश के लिये कांग्रेस ने 41 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जिसमें 40 फीसदी टिकटें महिला उम्मीदवारों को दी गयीं हैं, लेकिन टिकट देते समय जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है।

UP Election 2022: यूपी चुनाव में कांग्रेस ने जातीय समीकरण का रखा है ध्यान, महिला वोटर्स को भी लुभाने की कोशिश
नई दिल्ली: कांग्रेस की पोस्टर गर्ल प्रियंका मौर्या के भाजपा में शामिल होने पर बिना कोई प्रतिक्रिया दिए प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश के लिये 41 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी जिसमें 40 फीसदी टिकटें महिला उम्मीदवारों को दी गयीं हैं, लेकिन टिकट देते समय जातीय समीकरणों का पूरा ध्यान रखा गया है।
जिन महिला उम्मीदवारों को पार्टी ने चुनावी जंग में उतारा है उनके वह कारण भी बताए हैं कि आखिर उन्हीं को क्यों उम्मीदवार बनाया गया। मसलन वाल्मीकि समाज के अधिकारों के लिए लड़ने वाले सिकंदर वाल्मीकि को कांग्रेस ने आगरा कैंट सीट पर प्रत्याशी बनाया है। सिकंदर वाल्मीकि ने वाल्मीकि समाज पर अत्याचार के ख़िलाफ़ लगातार संघर्ष किया।
वे जल निगम में सरकारी कर्मचारी थे लेकिन अपने समाज के अधिकारों की लड़ाई के लिए उन्होंने अपनी नौकरी छोड़ दी। नौकरी करते समय जब उन्होंने हाथरस की बलात्कार पीड़िता के न्याय के लिए कैंडल मार्च निकाला था, तब उनको सस्पेंड कर दिया गया था।
यूपी सरकार की पुलिस द्वारा हिरासत में अरुण वाल्मीकि की हत्या के बाद, सिकंदर वाल्मीकि ने बढ़-चढ़कर न्याय की आवाज़ उठाई थी। कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता स्वर्गीय राजीव त्यागी की पत्नी श्रीमती संगीता त्यागी को कांग्रेस पार्टी ने साहिबाबाद सीट से उम्मीदवार बनाया है।
गौरतलब है कि श्री राजीव त्यागी की एक लाइव टीवी डिबेट के दौरान हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई थी। श्रीमती संगीता त्यागी ने टीवी चैनलों में नफरत के तत्वों से भरी बहस को इसका जिम्मेदार बताया था और वे टीवी चैनलों में हेट स्पीच को रोकने के लिए सुप्रीम कोर्ट भी गई थीं।
किसान आंदोलन में सक्रिय रही पूनम पंडित स्याना से कांग्रेस की उम्मीदवार बनाई गईं। पूनम पंडित जी ने किसान आंदोलन में बढ़-चढ़कर भाग लिया और किसान आंदोलन की मुखर आवाज बनीं। पूनम ने महिलाओं के मुद्दों को भी प्रमुखता से उठाया।
टुक्की मल खटीक को कांग्रेस पार्टी ने खुर्जा से उम्मीदवार बनाया है। टुक्की मल खटीक सामाजिक न्याय के मुद्दों पर लगातार आवाज उठाते रहे हैं। कोरोना के समय उन्होंने लगातार सड़क पर जा रहे श्रमिकों को भोजन- पानी उपलब्ध करवाया और हज़ारों जरूरतमंदों तक अनाज पहुंचाया। टुक्की मल खटीक कांग्रेस की युवा आवाज़ हैं और बुलंदशहर के जिला अध्यक्ष भी रहे।
बड़ौत से राहुल कश्यप कांग्रेस के उम्मीदवार होंगे। राहुल कश्यप कहार समाज से आते हैं और अपने समाज के अधिकारों के लिए लगातार आवाज उठाते रहे हैं। उन्होंने जिला पंचायत चुनाव लड़कर क्षेत्र में अपनी आवाज़ की धाक स्थापित की थी।
इन विधानसभा क्षेत्रों में जातीय समीकरण पूरी तरह इन उम्मीदवारों के पक्ष में आते दिख रहे हैं दूसरी तरफ इन महिला उम्मीदवारों को घटनाओं आधारित सहानुभूति का भी लाभ मिलेगा। पूरी सूची में मुस्लिम ,ओबीसी और दलित के अलावा ब्राह्मण और वैश्यों को भी जगह दी गयी है,ताकि कहीं जातीय संतुलन बिगड़ने न पाये।