यूपी चुनावः राकेश टिकैत से मिले शिवसेना सांसद संजय राउत, अयोध्या और मथुरा सहित 100 उम्मीदवार उतारने की योजना
By सतीश कुमार सिंह | Updated: January 13, 2022 17:07 IST2022-01-13T17:05:34+5:302022-01-13T17:07:21+5:30
UP Eelection 2022: शिवसेना ने अयोध्या और मथुरा सहित उत्तर प्रदेश में 50 से 100 उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारने की योजना बनाई है।

शिवसेना ने राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अनेक बलिदान दिये हैं।
UP Eelection 2022: शिवसेना नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में शिवसेना 50-100 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। मैं कल पश्चिमी उत्तर प्रदेश का दौरा करूंगा। राउत ने कहा कि मथुरा में कोई आंदोलन हुआ तो शिवसेना भी शिरकत करेगी।
शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि शिवसेना यूपी में किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी। समाजवादी पार्टी के साथ हमारे वैचारिक मतभेद हैं, लेकिन हम राज्य में बदलाव चाहते हैं। हम यूपी में लंबे समय से काम कर रहे हैं, लेकिन चुनाव नहीं लड़ा, क्योंकि हम बीजेपी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे।
Shiv Sena will not be part of any alliance in UP. We have ideological differences with Samajwadi Party but we want a change in the state. We have been working for a long time in UP but didn't contest elections because we didn't want to hurt BJP: Shiv Sena MP Sanjay Raut https://t.co/auSGkFaAwvpic.twitter.com/tdhoLW5qhJ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 13, 2022
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी को नुकसान पहुंचाने के कथित इरादे से चुनाव मैदान में उतरने की योजना बना रही शिवसेना ने बृहस्पतिवार को प्रमुख किसान नेता राकेश टिकैत से संपर्क किया। शिवसेना नेता और राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में टिकैत से मुलाकात की।
Shiv Sena will also participate if there is any movement in Mathura: Shiv Sena leader Sanjay Raut pic.twitter.com/5ptsywq8oE
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 13, 2022
टिकैत निरस्त किए जा चुके तीनों ‘विवादित’ कृषि कानूनों के खिलाफ साल भर चले किसान आंदोलन का चेहरा बनकर उभरे थे। राउत ने ट्वीट किया ‘‘मैंने उत्तर प्रदेश के किसानों की गंभीर समस्याओं और उनके समक्ष उत्पन्न मुद्दों तथा देश की राजनीतिक स्थिति पर विचार विमर्श किया। (इस मुलाकात के दौरान) पश्चिम उत्तर प्रदेश के किसानों के ज्वलंत मुद्दों पर भी प्रमुखता से चर्चा हुई। शिवसेना किसानों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है।’’ उन्होंने यह भी स्पष्ट किया था कि उनकी पार्टी किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी।
राउत ने कहा कि शिवसेना ने राम जन्मभूमि आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और अनेक बलिदान दिये हैं। शिवसेना को उम्मीद है कि हिन्दुत्व और किसानों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करके वह भाजपा को राज्य में चुनौती दे सकती है। राउत ने यह स्पष्ट किया कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर हुआ है और कोई भी राजनीतिक दल इसका श्रेय नहीं ले सकता।