आज से दिल्ली में मॉल, रेस्तरां और धार्मिक स्थल खुल गए हैं। हालांकि बैंक्वेट हॉल और होटल अभी भी बंद रहेंगे। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि होटल और बैंक्वेट हॉल कोरोना वायरस के मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालों में तब्दील किए जा सकते हैं। इसलिए इन्हें बंद रखा जाएगा।
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने अब दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश और हरियाणा के बॉर्डरों को खोल दिया है। अब गाजियाबाद, नोएडा, गुड़गांव और फरदीबाद के लोगों को दिल्ली आने में परेशानी नहीं होगी। बॉर्डर खुलते ही बड़ी संख्या में लोग यात्रा करते दिख रहे हैं। अबतक पास वाले लोग, सरकारी कर्मचारी और जरूरी समान की सर्विस से जुड़े लोग ही आ जा सकते थे। केंद्र सरकार ने 30 मई को कहा था कि आठ जून से देश में ‘अनलॉक-1’ शुरू होगा और लॉकडाउन में काफी हद तक ढील दी जाएगी।
लॉकडाउन के बाद दिल्ली के सारे बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया था। कुछ दिन दिल्ली की तरफ से बॉर्डर खोल दिए गए थे लेकिन बाद में कोरोना का संक्रमण बढ़ने के बाद बार्डर को फिर से बंद कर दिया गया था। कोविड-19 से प्रभावित राज्यों में महाराष्ट्र और तमिलनाडु के बाद दिल्ली तीसरे नंबर पर है।
दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के 1,282 नये मामले सामने आने के साथ शहर में कोविड-19 के कुल मामले बढ़कर 28,936 हो गये, जबकि यहां इस महामारी से मरने वालों की संख्या 812 पहुंच गई है। दिल्ली सरकार द्वारा जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक शहर में कोविड-19 के 17,125 मरीज इलाजरत हैं, जबकि 10,999 लोग या तो संक्रमण मुक्त हो गये हैं, या उन्हें अस्पतालों से छुट्टी मिल चुकी है।
दिल्ली में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चेताया है कि छूट का मतलब यह नहीं है कि कोरोना वायरस महामारी खत्म हो गई है। उन्होंने कहा कि आपको कोरोना वायरस संक्रमण से खुद को बचाने के लिये मास्क पहनना होगा, सामाजिक दूरी रखनी होगी और अपने हाथ धोने होंगे। ’’
उन्होंने वरिष्ठ नागरिकों से अधिक सतर्कता बरतने की अपील की। दिल्ली सरकार की एक समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि दिल्ली को जून के अंत तक 15,000 बिस्तरों की आवश्यकता होगी।