बिहार: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती के बहाने भरेंगे लोकसभा चुनाव की हुंकार

By एस पी सिन्हा | Published: January 21, 2023 05:14 PM2023-01-21T17:14:33+5:302023-01-21T17:14:33+5:30

विवेक ठाकुर ने बताया कि इस समारोह में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्वामीजी को श्रद्धांजलि अर्पित कर सीधा किसान संवाद करेंगे। गृह मंत्री सहित सभी मंचस्थ नेताओं को भेंट स्वरूप किसान का प्रतीक हल दिया जाएगा। 

Union Home Minister Amit Shah will shout for Lok Sabha elections on the pretext of Swami Sahajanand Saraswati Jayanti | बिहार: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती के बहाने भरेंगे लोकसभा चुनाव की हुंकार

बिहार: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती के बहाने भरेंगे लोकसभा चुनाव की हुंकार

Highlights22 फरवरी को पटना के बापू सभागार में होगा स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती समारोह सह किसान मजदूर समागम का आयोजनइस समारोह में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगेकार्यक्रम को संबोधित करते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव की दिशा में अहम कदम रखेंगे शाह

पटना: केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाहबिहार दौरे पर आ रहें हैं। वह आगामी 22 फरवरी को पटना के बापू सभागार में किसान मजदूर समागम को संबोधित करते हुए 2024 के लोकसभा चुनाव की दिशा में अहम कदम रखेंगे। इस यात्रा के संबंध में भाजपा के राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर ने बताया कि आगामी 22 फरवरी को पटना के बापू सभागार में स्वामी सहजानंद सरस्वती जयंती समारोह सह किसान मजदूर समागम का आयोजन किया जा रहा है। 

इस समारोह में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। इसमें बिहार भर के किसान और मजदूर शामिल होंगे। विवेक ठाकुर ने बताया कि इसमें अमित शाह स्वामीजी को श्रद्धांजलि अर्पित कर सीधा किसान संवाद करेंगे। गृह मंत्री सहित सभी मंचस्थ नेताओं को भेंट स्वरूप किसान का प्रतीक हल दिया जाएगा। 

उन्होंने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती आधुनिक भारत के सबसे बड़े किसान नेता एवं महान स्वतंत्रता सेनानी थे। उनका जीवन अनुकरणीय है। उन्होंने अपना पूरा जीवन समाज हित में लगाया। एक तपस्वी के भांति उन्होंने अपना जीवनयापन किया। यह सौभाग्य की बात है कि उनकी कर्मस्थली बिहार रही। वे एक युगदृष्टा थे। हमेशा समाज के सभी वर्गों के उत्थान की बात करते थे। 1927 में उन्होंने किसान सभा की स्थापना की और उसका केंद्र पटना के बिहटा को बनाया। वहीं से उन्होंने किसान आंदोलन को संचालित किया। बिहटा स्थित उनके आश्रम में सुभाष चन्द्र बोस भी इनसे मदद मांगने आए थे।

उन्होंने कहा कि स्वामी सहजानंद सरस्वती भारत के सबसे बड़े किसान नेता थे, जिन्हें वह उचित स्थान नहीं दिया गया जो इतिहास या सरकारों से मिलना चाहिए था। उनकी जयंती के अवसर पर हमारे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार और देश के किसानों को संदेश देंगे कि मोदी सरकार किसानों के लिए असली कामगार है और जहां भी अन्याय होगा केंद्र किसानों के साथ मजबूती से खड़ा है।


 

Web Title: Union Home Minister Amit Shah will shout for Lok Sabha elections on the pretext of Swami Sahajanand Saraswati Jayanti