महाराष्ट्र में लगेगा राष्ट्रपति शासन! केंद्रीय मंत्रिमंडल ने की सिफारिश: सूत्र
By विनीत कुमार | Published: November 12, 2019 03:16 PM2019-11-12T15:16:02+5:302019-11-12T15:23:39+5:30
सूत्रों के अनुसार ब्रिक्स सम्मेलन के लिए ब्राजील रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुलाई गई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई।
महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सिफारिश की है। सूत्रों के हवाले से पीटीआई ने ये खबर दी है। सूत्रों के अनुसार राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भी महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश करते हुए राष्ट्रपति को रिपोर्ट सौंपी है।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आये थे लेकिन सरकार बनाने को लेकर राज्य में तस्वीर अब भी साफ नहीं हो सकी है। बीजेपी और शिवसेना ने एक साथ चुनाव लड़ा था लेकिन नतीजों के बाद सत्ता बंटवारे को लेकर दोनों पार्टियों में गतिरोध शुरू हो गया था।
ब्राजील जाने से पीएम मोदी ने बुलाई कैबिनेट की बैठक
सूत्रों के अनुसार ब्रिक्स सम्मेलन के लिए ब्राजील रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में बुलाई गई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर चर्चा हुई और प्रदेश में केंद्रीय शासन लगाने का राष्ट्रपति से अनुरोध करने का निर्णय किया गया। कैबिनेट की बैठक के बाद प्रधानमंत्री ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए ब्राजील रवाना हो गए।
महाराष्ट्र में क्या है अभी स्थिति
महाराष्ट्र में एनसीपी को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की ओर से सोमवार शाम सरकार बनाने का न्योता दिया गया था। इसकी समयसीमा आज रात 8.30 बजे खत्म हो रही है। हालांकि, गठबंधन को लेकर तस्वीर अब भी साफ नहीं हो सकती है। इससे पहले सोमवार को शिवसेना को मिली समयसीमा भी खत्म हो गई थी। ऐसे अटकलें लगाई जा रही थी कि एनसीपी और कांग्रेस के समर्थन से शिवसेना सरकार बनाने में कामयाब होगी।
हालांकि, कांग्रेस कल शाम तक अपने नेताओं और विधायकों से बात करने के बावजूद किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी। इस बीच एनसीपी नेता ने नवाब मलिक ने मंगलवार को पार्टी के विधायकों की बैठक के बाद कहा कि तीनों पार्टियों (कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना) के साथ आए बिना सरकार का गठन संभव नहीं है।
नवाब मलिक ने कहा, 'एनसीपी के सभी 54 विधायकों की बैठक के बाद नवाब मलिक ने कहा, पार्टी का मानना है कि एक वैकल्पिक सरकार का गठन तीनों पार्टियों (कांग्रेस, एनसीपी, शिवसेना) के साथ आए बिना संभव नहीं है। अगर ये तीनों साथ नहीं आते हैं, तो महाराष्ट्र में एक स्थाई सरकार नहीं बन सकती है।'
(भाषा इनपुट)