"भारत जोड़ो यात्रा असफल हुई इसलिए कांग्रेस ने अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग उठाई", बोले केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर
By भाषा | Published: April 10, 2023 07:14 AM2023-04-10T07:14:50+5:302023-04-10T07:25:02+5:30
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण फसलों के नुकसान को लेकर बोला है। उन्होंने कहा है कि ‘‘इससे फसलों को नुकसान तो हुआ है, लेकिन देश में खाद्यान्न की कमी नहीं होगी। इसके साथ राज्य व केन्द्र सरकार किसानों की फसलों के नुकसान का भी पूरा ध्यान रखेंगी। राज्य सरकारें फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण कर रही हैं।’’
भोपाल: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने राहुल गांधी और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कांग्रेस द्वारा अडानी मुद्दे को लेकर जेपीसी की मांग को बेबुनियाद ठहराया है और कहा है कि आपनी असफलता छुपाने के लिए पार्टी ने यह मुद्दा उठाया है।
इस पर बोलते हुए तोमर ने रविवार को कहा हा कि राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ असफल होने के कारण कांग्रेस ने अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए अडानी समूह पर लगे आरोपों के मामले में संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की बढ़ती हुई लोकप्रियता से परेशान है।
यात्रा असफल हुई तो कुछ न कुछ तो करना होगा- नरेन्द्र सिंह तोमर
तोमर ने ग्वालियर में अडानी मामले में कांग्रेस द्वारा जेपीसी की मांग किये जाने के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में मीडिया से कहा, ‘‘जेपीसी की मांग बेबुनियाद है और सरकार इस मामले में पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर चुकी है। कांग्रेस अपनी असफलताओं को छिपाने के लिए यह मांग कर रही है क्योंकि राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ पूरी तरह असफल हो गई है, इसलिए कुछ न कुछ तो कहना है।’’
फसलों के नुकसान पर क्या बोले हैं नरेन्द्र सिंह तोमर
मामले में नरेन्द्र सिंह तोमर ने आगे कहा है कि ‘‘प्रधानमंत्री मोदी की बढ़ती हुई लोकप्रियता से कांग्रेस परेशान है। राहुल गांधी देश के नेता तो दूर, अपनी पार्टी के ही नेता नहीं बन पाए हैं।’’ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश के कारण फसलों के नुकसान पर तोमर ने कहा, ‘‘इससे फसलों को नुकसान तो हुआ है, लेकिन देश में खाद्यान्न की कमी नहीं होगी। इसके साथ राज्य व केन्द्र सरकार किसानों की फसलों के नुकसान का भी पूरा ध्यान रखेंगी। राज्य सरकारें फसलों के नुकसान का सर्वेक्षण कर रही हैं।’’