मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए तैयार कराई गई थी महिला किसान, दिल्ली की टीम ने बताया था क्या बोलना है

By खबरीलाल जनार्दन | Updated: July 10, 2018 10:32 IST2018-07-10T10:32:54+5:302018-07-10T10:32:54+5:30

राहुल गांधी के एक ट्वीट पर तिलमिलाई बीजेपी मोदी 'तमगा' बचाने में कूद गई है। कई दिग्गज बीजेपी नेता इस राहुल गांधी और मीडिया को निशाने पर ले रहे हैं।

Unfortunate Journalism NaMo App Agriculture income chandramani Chhatisgarh | मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए तैयार कराई गई थी महिला किसान, दिल्ली की टीम ने बताया था क्या बोलना है

मोदी से वीडियो कॉन्फ्रेंस के लिए तैयार कराई गई थी महिला किसान, दिल्ली की टीम ने बताया था क्या बोलना है

नई दिल्ली, 10 जुलाईः कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के एक ट्वीट से बौखलाई भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राहुल के साथ-साथ देश की पत्रकारिता पर करारा निशाना साधा। बीजेपी ने अपने आधिकारिक अकाउंट से दुभाग्यशाली पत्रकारिता #UnfortunateJournalism हैशटैग करते हुए राहुल और एक निजी टीवी चैनल की रिपोर्ट को निशाने पर रखा। इसके बाद  #UnfortunateJournalism ट्विटर पर टॉप ट्रेंड में शामिल हो गया। मामला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की साख से जुड़ा हुआ था, इसलिए इस पर बीजेपी ने सीधा हमला बोला। 

दअरसल, मामला छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के कन्हारपुरी की एक महिला किसान का है। पिछले महीने नमो ऐप के जरिए कृषि के लाभार्थियों से वीडियो कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान पीएम ने छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले की एक महिला चंद्रमणि से बात की। इस दौरान पीएम मोदी ने चंद्रमणि से पूछा, पहले की तुलना में आपकी आय अब कितनी है? इसके जवाब में चंद्रमणि ने कहा, अभी दोगुनी हो गई है। इसके बाद इस वीडियो को बीजेपी व कार्यकर्ताओं ने ट्विटर आदि पर बीजेपी सरकार की उपल‌ब्धि की तरह पेश किया।

इसी मामले पर हिन्दी न्यूज चैनल एबीपी न्यूज ने एक रिपोर्ट प्रसारित की। इसमें टीवी का एक रिपोर्टर छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के कन्हारपुरी की उसी महिला चंद्रमणि से बात कर रहा है। वीडियो में दिखता है कि चंद्रमणि से रिपोर्टर ने पूछा, ''जो धान की खेती है, उससे कमाई दोगुनी हुई क्या?'' इसके जवाब में चंद्रमणि कहती हैं- नहीं। इसके बाद बातचीत आगे बढ़ती है। बातचीत में चंद्रमणि कहती हैं, ''हमसे कहा गया था कि प्रधानमंत्री से बात करनी है। कर पाओगी या नहीं।'' इसके बाद वह कुछ नहीं बोल बातीं।

इसके बाद रिपोर्ट में उस गांव के सरपंच की बाइट चलाई जाती है। वीडियो में कन्हारपुरी के सरपंच परशुराम भोयर बताते हैं, ''प्रधानमंत्री से बात करने से पहले कृषि विभाग की दिल्ली से जो टीम आई थी, उसने चंद्रमणि को समझाया था कि क्या बोलना है। चंद्रमणि ने उतना ही बताया, जितना दिल्ली की टीम समझाकर गई थी।"

एबीपी न्यूज की इसी रिपोर्ट को राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा, PM जी अपनी मन की बात सुनाते हैं यह तो सभी जानते थे। आज यह मालूम पड़ रहा है कि वह सिर्फ अपने ही मन की बात सुनना भी चाहते हैं।


कांग्रेस अध्यक्ष के ट्वीट के बाद बीजेपी हमलावर हो गई। राहुल गांधी को जवाबी ट्वीट में बीजेपी के आधिकारिक अकाउंट से उसी महिला का पूरा साक्षात्कार दिखााते हुए लिखा, ''राहुल गांधी जी, आप और क्रांतिकारी पत्रकार कितनी ही फेक न्यूज मैनुफेक्चर कर लें, पर आप सब इस देश में किसानों की प्रगति रोक नहीं सकते।''


इसी के बाद बीजेपी उस वीडिया कॉन्फ्रेंस की पूरी वीड‌‌ियो भी ट्वीट की, जिसमें चंद्रमणि बता रही हैं कि कृषि आत्मा परियोजना से जुड़ने के बाद 50 रुपये के मुकाबले उनकी कमाई 700 रुपये होने लगी है।


इसी पक्ष में कई अन्य बीजेपी नेताओं ने भी ट्वीट किए-







इस पूरे मामले में मीडिया निशाने पर रही। उल्लखनीय है कि इसी साल के अंत तक छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने हैं।

Web Title: Unfortunate Journalism NaMo App Agriculture income chandramani Chhatisgarh

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