उमा भारती चोटिल, कहा-पीएम मोदी पर लिखूंगी किताब, नरेंद्र भाई जी को अपना बड़ा भाई मानती हूं
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 22, 2019 04:20 PM2019-11-22T16:20:22+5:302019-11-22T16:20:22+5:30
भारती ने कई ट्वीट इसकी जानकारी दी। आप सबको एवं मीडिया जनों को याद होगा कि मैंने 4 साल पहले कहा था कि मैं पीएम मोदी जी पर एक पुस्तक लिखूंगी। मैं प्रधानमंत्री मोदी जी को अपना गुरु अपना बड़ा भाई मानती हूं किंतु उन्हें मैं विधाता की इस भूमंडल पर एक अनोखी देन मानती हूं।
भाजपा उपाध्यक्ष उमा भारती ऋषिकेश के एक आश्रम में फिसलने से चोटिल हो गयीं, जिसके बाद उन्हें जौलीग्रांट स्थित हिमालयन अस्पताल में भर्ती कराया गया। उमा भारती ने ट्वीट कर कहा कि फिसल जाने से मेरे बाएं पैर के पंजे में दो छोटे-छोटे फैक्चर हुए व थोड़ी सी सिर में भी चोट लगी है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री भारती ने कहा कि वह जल्द ही पीएम मोदी पर किताबी लिखेंगी। भारती ने कई ट्वीट इसकी जानकारी दी। आप सबको एवं मीडिया जनों को याद होगा कि मैंने 4 साल पहले कहा था कि मैं पीएम मोदी जी पर एक पुस्तक लिखूंगी। मैं प्रधानमंत्री मोदी जी को अपना गुरु अपना बड़ा भाई मानती हूं किंतु उन्हें मैं विधाता की इस भूमंडल पर एक अनोखी देन मानती हूं।
10.मैं उन्हें 1973 से जानती हूं जब मैं 12 साल की थी मैंने उन्हें बहुत ध्यान से एवं गौर से देखा है। उनकी जिस विशिष्ट शक्ति को देखकर सारा विश्व उनका प्रशंसक है वह शक्ति तो उन्हें भगवान ने दी है किंतु उस शक्ति के योग्य अपने शरीर एवं मन को अपनी साधना के जरिए उन्होंने तैयार किया है।
— Uma Bharti (@umasribharti) November 22, 2019
मैं उन्हें 1973 से जानती हूं जब मैं 12 साल की थी मैंने उन्हें बहुत ध्यान से एवं गौर से देखा है। उनकी जिस विशिष्ट शक्ति को देखकर सारा विश्व उनका प्रशंसक है वह शक्ति तो उन्हें भगवान ने दी है किंतु उस शक्ति के योग्य अपने शरीर एवं मन को अपनी साधना के जरिए उन्होंने तैयार किया है।
12. उन पर मैं जो संस्मरण लिखूंगी वह उनकी सहमति लेकर ही सार्वजनिक करूंगी किंतु लिखने का काम इन डेढ़ महीने में पूरा कर लूंगी। इसके अलावा मेरी अपनी गंगोत्री से यहां तक के गंगा प्रवास के प्रसंग तथा कुछ अन्य रोचक प्रसंग आपको इसी सोशल मीडिया के माध्यम से आपको भेजती रहूंगी।
— Uma Bharti (@umasribharti) November 22, 2019
ईश्वर प्रदत्त शक्ति उसके अनुरूप मजबूत मन तथा उसी के साथ सधा हुआ शरीर यह संगति उनके अपने आत्मविश्वास का परिणाम है। यह आत्मविश्वास उनके पास सदा से था। उन पर मैं जो संस्मरण लिखूंगी वह उनकी सहमति लेकर ही सार्वजनिक करूंगी किंतु लिखने का काम इन डेढ़ महीने में पूरा कर लूंगी। इसके अलावा मेरी अपनी गंगोत्री से यहां तक के गंगा प्रवास के प्रसंग तथा कुछ अन्य रोचक प्रसंग आपको इसी सोशल मीडिया के माध्यम से आपको भेजती रहूंगी।
घने जंगल हैं, गंगा की शांत धारा है, राम जी की तपस्या का स्थान है, एक बहुत पुराने बरगद की छाया है, पंजे के दोनों फैक्चर की तकलीफ पंजे तक ही सीमित रह गई। मेरा मन, बुद्धि एवं आत्मा को नहीं छू पाई।मैं बहुत प्रसन्न हूं एवं आत्मविश्वास से भरपूर हूं, बाकी की बातें आगे करूंगी। जय श्री राम, जय गंगा मैया।
14. मैं बहुत प्रसन्न हूं एवं आत्मविश्वास से भरपूर हूं, बाकी की बातें आगे करूंगी। जय श्री राम, जय गंगा मैया।
— Uma Bharti (@umasribharti) November 22, 2019