नई दिल्ली: रुस और यूक्रेन के बीच तनाव जारी है। पूरी दुनिया की नजरें दोनों देशों पर टिकी हुई हैं। ऐसे में भारत भी लगातार इस स्थिति पर नजर बनाए हुए है। इसी सिलसिले में यूक्रेन की राजधानी कीव में स्थित भारतीय दूतावास ने मंगलवार को भारतीय नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी कर यूक्रेन छोड़ने की सलाह दी थी।
वहीं, समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, सूत्रों के हवाले से यह बात सामने आई है कि दूतावास लगातार इस मामले पर नजर रखे हुए है। साथ ही, दूतावास का ये भी कहना है कि वो जानते हैं कि कई भारतीय छात्र इस समय यूक्रेन में हैं और उनके परिवार अपने बच्चों को लेकर चिंतित हैं। ऐसे में भारत के लिए फ्लाइट लेने को लेकर लोगों में काफी चिंता है। इसलिए भारत और यूक्रेन के बीच उड़ानों की संख्या बढ़ाए जाने को लेकर नागरिक उड्डयन प्राधिकरण लगातार विभिन्न एयरलाइनों के संपर्क में है।
सूत्रों के अनुसार, यूक्रेन में भारतीय नागरिकों और भारत में उनके परिवारों के प्रश्नों का उत्तर देने के लिए दूतावास और विदेश मंत्रालय में नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जा रहे हैं। बताते चलें कि भारत से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भी यूक्रेन में रह रहे अमेरिकी नागरिकों से अपील की थी कि वो जितनी जल्दी हो सके यूक्रेन को छोड़ दें। इस दौरान बाइडेन ने ये भी कहा था कि यूक्रेन में हालात बहुत अलग हैं, जिसकी वजह से यहां चीजें तेजी से बदल सकती हैं।
NBC को दिए इंटरव्यू में राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा था कि अमेरिकी नागरिकों को अब यूक्रेन से चले आना चाहिए। अपनी बात को जारी रखते हुए बाइडेन ने कहा था, "हम दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में से एक के साथ काम कर रहे हैं। यह एक बहुत ही अलग स्थिति है और चीजें जल्दी से बदल सकती हैं।" इस बीच संयुक्त राष्ट्र के प्रमुख एंटोनियो गुटेरेस ने सोमवार को रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों से बात की थी। इस दौरान उन्होंने देशों के बीच बढ़ते तनाव पर "गंभीर चिंता" व्यक्त की थी और उन तनावों को कम करने के लिए कूटनीति की मांग भी की।