UIDAI के नए नियमः अब दूसरे के आधार कार्ड से नहीं मिलेगी मोबाइल सिम, चेहरे की पहचान जरूरी
By आदित्य द्विवेदी | Updated: August 24, 2018 13:15 IST2018-08-24T11:25:57+5:302018-08-24T13:15:03+5:30
UIDAI Face Identification Rule:यूआईडीएआई के नए नियम से अब आधार इस्तेमाल करने के लिए चेहरे की पहचान जरूरी होगा। इस असर नई डुप्टीकेट सिम खरीदने, बैंकिंग कार्यों और पहचान पत्र इत्यादि में देखने को मिलेगा।

यूआईडीएआई फेस आइडेंटिफिकेशन
नई दिल्ली, 24 अगस्तः आधार की सुरक्षा पर उठ रहे सवालों के बीच UIDAI ने एक बड़ा कदम उठाया है। UADAI ने एक नया फीचर लॉन्च किया जिसकी मदद से चेहरा का सत्यापन किया जा सकेगा। एक अधिकारी के मुताबिक ऐसे कई मामले आए जिसमें बुजुर्गों के फिंगर प्रिंट मिट गए और उनका सत्यापन नहीं हो सका। नए फीचर से इस समस्या से निजात मिल सकेगी। नए नियम 15 सितंबर से लागू करने की योजना है।
नए नियम का क्या असर
यूआईडीएआई के नए नियम से अब आधार इस्तेमाल करने के लिए चेहरे की पहचान जरूरी होगा। इस असर नई डुप्टीकेट सिम खरीदने, बैंकिंग कार्यों और पहचान पत्र इत्यादि में देखने को मिलेगा। जब भी कोई व्यक्ति किसी काम के लिए आधार का प्रयोग करेगा तो हरबार उसके चेहरे की पहचान जरूरी होगी।
उठ रहे सवाल
चेहरे के सत्यापन को लेकर कई तरह के सवाल भी उठ रहे हैं। मसलन हेयस्टाइल बदलने, शेविंग करने की वजह से चेहरे की पहचान पर कोई असर पड़ेगा? UIDAI ने स्पष्ट किया है कि सत्यापन का सिस्टम इतना प्रभावी बनाया गया है कि चेहरे में सामान्य बदलाव की वजह से पहचान पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
गड़बड़ी के बाद उठाया गया कदम
इस साल जून में हैदराबाद के एक मोबाइल सिम कार्ड वितरक ने आधार ब्योरे में गड़बड़ी कर हजारों की संख्या में सिम जारी किए थे। यूआईडीएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अजय भूषण पांडे ने कहा, ‘लाइव फेस फोटो को ईकेवाईसी फोटो से मिलाने का निर्देश सिर्फ उन्हीं मामलों जरूरी होगा जिनमें सिम जारी करने के लिए आधार का इस्तेमाल किया जा रहा है। दूरसंचार विभाग के निर्देशानुसार यदि सिम आधार के अलावा किसी अन्य तरीके से जारी किया जाता है, तो ये निर्देश लागू नहीं होंगे।’