अहमदाबाद, 30 अप्रैल गुजरात के वडोदरा में पुलिस ने रेमेडेसिविर की 90 शीशियों के साथ पांच लोगों को पकड़ने के एक दिन बाद एक एंटीबायोटिक दवा की रेमडेसिविर के तौर पर फिर से पैकेजिंग करने में कथित तौर पर शामिल दो व्यक्तियों को पकड़ा है। यह जानकारी एक अधिकारी ने शुक्रवार को दी।
वडोदरा के पुलिस आयुक्त शमशेर सिंह ने कहा कि पांच लोगों के एक गिरोह से 90 इंजेक्शन बरामद करने के बाद पुलिस ने शीशियों की जांच प्रयोगशाला में करायी और पाया कि वे सभी नकली हैं।
अधिकारी ने बताया कि उनमें से एक आरोपी जतिन पटेल ने पुलिस को बताया कि उसने नकली इंजेक्शन विवेक महेश्वर नाम के एक व्यक्ति से प्राप्त किये थे, जो पड़ोसी शहर आणंद नगर में एक मेडिकल स्टोर चलाता है।
सिंह ने कहा, ‘‘सूचना के आधार पर हमने वडोदरा के पास राघवपुरा में एक फार्महाउस पर छापा मारा और महेश्वर और उसकी सहयोगी नईमबेन वोरा को गिरफ्तार किया। हमने एंटीबायोटिक दवा की लगभग 2,200 शीशियां बरामद कीं, जिनकी फिर से पैकिंग रेमडेसिविर के नाम से की जा रही थी।’’
अधिकारी ने कहा कि पुलिस ने स्टिकर और बक्से भी बरामद किए हैं, जिनका इस्तेमाल फिर से पैकिंग के लिए किया जाना था।
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि महेश्वर द्वारा तैयार किए गए 1,100 नकली रेमेडेसिविर इंजेक्शन पटेल और नितेश जोशी द्वारा पहले ही जरूरतमंद व्यक्तियों को बेचे जा चुके हैं।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।