अहमदाबाद:गुजरात में राज्यसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। गुजरात के दो कांग्रेसी विधायकों ने राज्य की चार सीटों के लिए राज्यसभा चुनाव से पहले इस्तीफा दे दिया है। गुजरात में राज्यसभा की 4 सीटों के लिए 19 जून को चुनाव होना है। ऐसे में एक बार फिर गुजरात में राज्य सभा सीटों का चुनाव रोचक हो गया है। गुजरात विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी ने पीटीआई-भाषा से कहा कि कांग्रेस विधायक अक्षय पटेल और जीतू चौधरी ने बुधवार (3 जून) को उनसे मुलाकात की और अपना इस्तीफा सौंप दिया। त्रिवेदी ने आज (4 जून) को पत्रकारों से कहा, ''मैंने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। अब वे विधायक नहीं है।''
पटेल वडोदरा की कर्जन सीट का और चौधरी वलसाड की कपराडा सीट का प्रतिनिधि करते थे। इससे पहले मार्च में भी कांग्रेस के पांच विधायकों ने इस्तीफा दे दिया था।
गुजरात की 183 सदस्यीय विधानसभा में सत्तारूढ़ बीजेपी के 103 और विपक्षी दल कांग्रेस के 66 विधायक हैं। राज्य से राज्यसभा की चार सीटों के लिए हाल ही में बीजेपी ने तीन और कांग्रेस ने दो उम्मीदवारों की घोषणा की है। बीजेपी ने अभय भारद्वाज, रमीला बारा और नरहरी अमीन को मैदान में उतारा है, जबकि कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता शक्तिसिंह गोहिल और भरतसिंह सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है।
इंडियन एक्सप्रेस ने अपनी रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि करजन सीट से विधायक अक्षय पटेल ने इस्तीफा दे दिया है। उसके अलावा कपराडा के विधायक जीतू चौधरी भी लंबे समय से पार्टी के संपर्क में नहीं थे। तो पार्टी ये मानकर चल रही है कि उन्होंने भी इस्तीफा दे दिया है।
सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि कांग्रेस पार्टी को लग रहा है कि उनका एक तीसरा विधायक भी पार्टी से इस्तीफा दे सकता है। एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ बात करते हुए कहा, दो लोगों के इस्तीफे की मैं पुष्टि कर सकता हूं। तीसरे के बारे में हम पुष्टि करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसा होने की आशा थी। ये गुजरात है और यदि बीजेपी अन्य राज्यों में ऐसा कर सकती है तो ये तो उनका होम ग्राउंड है।
कांग्रेस के तीन विधायकों ने 3 जून को सीएम विजय रूपाणी से की थी मुलाकात
गुजरात में होने वाले राज्यसभा चुनाव से पहले बुधवार (3 जून) को कांग्रेस के तीन विधायकों ने गांधीनगर में मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल से मुलाकात की थी। जिससे उनके दल-बदल की अटकलें लगनी शुरू हो गई थी। हालांकि इन विधायकों ने बुधवार को अफवाहों को दरकिनार कर दावा किया कि वे कोरोना वायरस और लॉकडाउन से संबंधित विभिन्न मुद्दों के संबंध में बात करने गए थे।
कांग्रेस विधायक किरीट पटेल, ललित वसोया और ललित कागथारा ने बुधवार (3 जून) दोपहर गांधी नगर में राज्य सचिवालय में मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से मुलाकात की। जब उनसे बीजेपी नेताओं से अचानक हुई इस मुलाकात के बारे में पूछा गया तो पाटन विधानसभा सीट से विधायक किरीट पटेल ने कहा कि उनमें से कोई भी बीजेपी में शामिल नहीं होने जा रहा।
पटेल ने पत्रकारों से कहा, ''हम कुछ मांगे लेकर पहले उपमुख्यममंत्री और फिर मुख्यमंत्री से मिलने गए थे। उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल से मुलाकात के दौरान मैंने पाटन के धारपुर अस्पताल में बिस्तरों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया ताकि उत्तरी गुजरात के और अधिक कोरोना वायरस रोगियों का वहां इलाज हो सके।''
कागथारा और वसोया ने कहा कि उन्होंने लॉकडाउन के दौरान लोगों, विशेषकर किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग की।