मलाप्पुरम (केरल), 12 अक्टूबर केरल में कई हिस्सों में मंगलवार को लगातार भारी बारिश होने के कारण नदियों एवं बांधों में जलस्तर बढ़ गया, त्रिशूर एवं कोझिकोड के कई हिस्सों से लोगों को निकालकर राहत एवं पुनर्वास शिविरों में पहुंचाया गया जबकि मल्लापुरम में दो बच्चियों की मौत हो गई।
मौसम विभाग और राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कोझिकोड, पलक्कड़, मल्लापुरम और वायनाड जैसे विभिन्न जिलों के लिए 15 अक्टूबर से पहले तक नारंगी और पीले अलर्ट जारी किये हैं। नारंगी और पीले अलर्ट क्रमश: मूसलाधार एवं भयंकर वर्षा के संकेत हैं।
पुलिस ने बताया कि इससे पहले मंगलवार को तड़के एक निर्माणाधीन मकान के ढहने से बगल के घर में दो बच्चों की मौत हो गई। उसने बताया कि यह हादसा मुंडोट्टुपडम के समीप माथमकुलम में हुआ।
पुलिस के अनुसार छह महीने और आठ साल की इन बहनों को कोझिकोड चिकित्सा कॉलेज ले जाया गया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका।
चेतावनी जारी किये जाने तथा नदियों एवं बांधों में लगातार जलस्तर बढ़ने के बाद त्रिशूर, कोझिकोड और मल्लापुरम के जिला प्रशासन हरकत में आ गये और उन्होंने उन परिवारों को राहत शिविरों में पहुंचाना शुरू कर दिया है जो प्रभावित हैं या जिनके प्रभावित होने की आशंका है।
वायनाड, कन्नूर और कसारगोड के जिला प्रशासन ने कहा कि वे किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार हैं जो वर्षा की वजह से उत्पन्न हो सकती हैं , उन्होंने मछुआरों एवं निचले क्षेत्र में रहने वालों को सचेत रहने की ताकीद की है।
राज्य में वर्षा के कारण कई सड़कों एवं निचले हिस्सों में पानी भर गया है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान राज्य के विभिन्न हिस्सों में 64.5 मिली मीटर से 204.4 मिलीमीटर तक वर्षा होने का अनुमान लगाया है।
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