ट्विटर ने संघ प्रमुख मोहन भागवत सहित आरएसएस नेताओं के अकाउंट का ब्लू टिक फिर बहाल किया
By अभिषेक पारीक | Published: June 5, 2021 06:00 PM2021-06-05T18:00:09+5:302021-06-05T18:27:27+5:30
ट्विटर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के हैंडल से वेरिफाइड ब्लू टिक या ब्लू बैज को फिर से बहाल कर दिया है।
नई दिल्लीः ट्विटर ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के हैंडल से वेरिफाइड ब्लू टिक या ब्लू बैज को फिर से बहाल कर दिया है। भागवत के बैज को कुछ ही घंटों पहले हटाया गया था। उनके साथ ही अन्य संघ नेताओं के हटाए गए बैज भी फिर से बहाल कर दिए गए हैं। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार के माइक्रोब्लोगिंग वेबसाइट के प्रति सख्त रुख अपनाने के बाद आरएसएस नेताओं के बैज बहाल किए गए हैं। इससे पहले, उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट का ब्लू टिक भी हटा दिया गया था, जिसे भी बहाल कर दिया गया।
ट्विटर ने संघ प्रमुख सहित आरएसएस के कई नेताओं के वेरिफाइड ट्विटर अकाउंट से ब्लू टिक हटा दिया था। इनमें आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, उनके सहयोगी सुरेश सोनी, अरुण कुमार, सुरेश जोशी, अनिरुद्ध देशपांडे और कृष्ण कुमार शामिल थे।
Twitter restores the blue verification badge of RSS Chief Mohan Bhagwat and other RSS key functionaries including Krishna Gopal pic.twitter.com/knCcr70G5z
— ANI (@ANI) June 5, 2021
भेदभाव और प्रौद्योगिकी सामंतवाद का उदाहरण बताया
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की दिल्ली इकाई के पदाधिकारी राजीव तुली ने कड़ी आपत्ति जताते हुए बताया ‘‘यह ट्विटर द्वारा साफ तौर पर भेदभाव और प्रौद्योगिकी सामंतवाद का स्पष्ट उदाहरण है।’’ उन्होंने ऐसे कई ट्विटर अकाउंट का हवाला दिया जो निष्क्रिय है लेकिन उनका ब्लू टिक बरकरार है। संघ के सूत्रों ने बताया कि सत्तारूढ़ भाजपा के मार्गदर्शक आरएसएस के वरिष्ठ पदाधिकारियों से जुड़े पांच अकाउंट से सत्यापन बैज ब्लू टिक को हटा लिया गया। बाद में भागवत, सुरेश सोनी, अरुण कुमार, सुरेश जोशी और कृष्ण गोपाल के अकाउंट के ब्लू टिक को बहाल कर दिया गया।
भागवत के 20.76 लाख फॉलोअर्स
भागवत का ट्विटर अकाउंट 2019 में बना था। उनके 20.76 लाख फॉलोअर्स हैं और वे सिर्फ आरएसएस के ट्विटर हैंडल को फॉलो करते हैं। भागवत ने आज तक अपने अकाउंट से एक भी ट्वीट नहीं किया है।
अकाउंट निष्क्रिय था तो बताना चाहिए
ट्विटर के नियमों के अनुसार यदि कोई अकाउंट निष्क्रिय हो जाता है तो ब्लू टिक को हटा दिया जाता है। आरएसएस नेताओं ने कहा था कि हमें कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया गया। अकाउंट निष्क्रिय थे, तो हमें बताना चाहिए था।
उपराष्ट्रपति का ब्लू टिक भी किया बहाल
इससे पहले उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के निजी अकाउंट से ब्लू टिक हटाया गया और कुछ ही वक्त बाद इसे भी बहाल कर दिया गया। उपराष्ट्रपति सचिवालय के अधिकारियों के मुताबिक, लंबे समय से नायडू का निजी अकाउंट निष्क्रिय था। उन्होंने बताया कि शनिवार सुबह इस बारे में पता चलने पर ट्विटर से संपर्क किया गया और ब्लू टिक फिर से बहाल कर दिया गया। नायडू ने जुलाई 2020 के बाद से अपने अकाउंट से कोई ट्वीट नहीं किया था।