त्रिपुरा की छवि खराब करने की आरोपी महिला पत्रकारों को असम पुलिस ने हिरासत में लिया, एडिटर्स गिल्ड ने तत्काल रिहाई की मांग की

By विशाल कुमार | Published: November 15, 2021 07:28 AM2021-11-15T07:28:47+5:302021-11-15T08:13:42+5:30

‘एचडब्ल्यू न्यूज नेटवर्क’ की पत्रकार समृद्धि सकुनिया और स्वर्ण झा को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक समर्थक की शिकायत के आधार पर रविवार को त्रिपुरा के फातिक्रोय थाने में दर्ज एक प्राथमिकी में नामजद किया गया। आरोप लगाया गया कि उन्होंने अपनी खबरों के जरिए त्रिपुरा की छवि खराब की है।

tripura women journalists fir assam police editors guild | त्रिपुरा की छवि खराब करने की आरोपी महिला पत्रकारों को असम पुलिस ने हिरासत में लिया, एडिटर्स गिल्ड ने तत्काल रिहाई की मांग की

हिरासत में ली गई दोनों पत्रकार समृद्धि सकुनिया और स्वर्ण झा. (फोटो: ट्विटर/@siddeque_ahmed)

Highlightsविश्व हिंदू परिषद की शिकायत पर दोनों पत्रकारों पर दर्ज किया गया है मामला.दोनों पत्रकारों को असम पुलिस दोनों पत्रकारों को त्रिपुरा पुलिस को सौंपेगी.एडिटर्स गिल्ड ने दो महिला पत्रकारों को हिरासत में लिए जाने की निंदा की.

अगरतला/करीमगंज (असम):त्रिपुरा में हालिया सांप्रदायिक घटनाओं पर रिपोर्ट लिखने के लिए त्रिपुरा आई दो महिलापत्रकारों को असम पुलिस ने रविवार को असम-त्रिपुरा सीमा के करीब करीमगंज के नीलम बाजार में हिरासत में लिया। दोनों राज्यों के पुलिस अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की।

‘एचडब्ल्यू न्यूज नेटवर्क’ की पत्रकार समृद्धि सकुनिया और स्वर्ण झा को विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के एक समर्थक की शिकायत के आधार पर रविवार को त्रिपुरा के फातिक्रोय थाने में दर्ज एक प्राथमिकी में नामजद किया गया। आरोप लगाया गया कि उन्होंने अपनी खबरों के जरिए त्रिपुरा की छवि खराब की है।

एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया (ईजीआई) और इंडियन वुमेन प्रेस कॉर्प्स (आईडब्ल्यूपीसी) ने असम पुलिस द्वारा दो महिला पत्रकारों को हिरासत में लिए जाने की निंदा की।

असम पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि दोनों पत्रकारों को रात भर के लिए सरकार द्वारा संचालित महिला आश्रय गृह में रखा गया है और सोमवार सुबह त्रिपुरा पुलिस को सौंप दिया जाएगा।

असम पुलिस ने दोनों पत्रकारों को रविवार को सिलचर हवाई अड्डे के रास्ते में हिरासत में लिया। असम पुलिस ने कहा कि उन्हें त्रिपुरा पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेने के लिए कहा था।

अगरतला में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि त्रिपुरा पुलिस के अनुरोध के आधार पर दोनों पत्रकारों को हिरासत में लिया गया और उन्हें लाने के लिए धर्मनगर से त्रिपुरा पुलिस के अधिकारियों की एक टीम नीलम बाजार गई है।

अधिकारी ने कहा, पत्रकारों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में कहा था कि गोमती जिले में एक मस्जिद को जला दिया गया और कुरान की एक प्रति क्षतिग्रस्त कर दी गई। समृद्धि ने अपने ट्विटर अकाउंट पर 11 नवंबर को 3.23 बजे इसका एक वीडियो डाला था.

एक आधिकारिक बयान में एचडब्ल्यू न्यूज नेटवर्क ने कहा कि पुलिस द्वारा उन्हें होटल छोड़ने और बयान दर्ज करने के लिए एक सप्ताह का समय देने के बावजूद हिरासत में लिया गया. यह सरासर उत्पीड़न और त्रिपुरा पुलिस की ओर से प्रेस को निशाना बनाने की कार्रवाई है.

ईजीआई ने एक बयान में कहा, ‘‘एडिटर्स गिल्ड इस कार्रवाई की निंदा करता है और उनकी तत्काल रिहाई और यात्रा करने की उनकी स्वतंत्रता की बहाली की मांग करता है।’’

आईडब्ल्यूपीसी ने भी दोनों पत्रकारों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की और मांग की कि उन्हें बिना किसी डर के अपना काम करने दिया जाए।

Web Title: tripura women journalists fir assam police editors guild

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