तृणमूल कांग्रेस ने ईडी की हिरासत में फंसे पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी से आंखें फेरी, कहा- 'शिक्षक भर्ती घोटाले में शामिल लोगों को मिले कड़ी सजा'
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 30, 2022 05:31 PM2022-07-30T17:31:33+5:302022-07-30T19:50:25+5:30
बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले पर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने पार्टी लाइन को क्लीयर करते हुए कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाले में शामिल लोगों को दंडित किया जाना चाहिए ताकि यह आने वाले समय में मिसाल के तौर पर कायम हो सके।
कोलकाता: तृणमूल कांग्रेस ने टीचर भर्ती घोटाले में फंसे निलंबित पार्टी नेता और पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी से आंखें फेरते हुए कहा कि इस मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिए और मामले में जो भी दोषी पाये जाते हैं, उन्हें सख्त सजा मिलनी चाहिए।
शनिवार को तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने स्पष्ट तौर से पार्टी लाइन को क्लीयर करते हुए कहा कि शिक्षक भर्ती घोटाले में शामिल लोगों को दंडित किया जाना चाहिए और यह आने वाले समय में मिसाल के तौर पर कायम होना चाहिए।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किए गए ममता बनर्जी सरकार के पूर्व मंत्री और पार्टी के पूर्व महासचिव पार्थ चटर्जी के विषय में पार्टी की ओर से सफाई पेश करते हुए उन्होंने कहा कि जिन्हें इस संकट को हल को जिम्मेदारी थी, उन्होंने इस मामले को और गड़बड़ कर दिया है।
पार्टी प्रवक्ता घोष ने कहा, "स्कूल भर्ती का मुद्दा उन लोगों के कारण गड़बड़ हो गया है, जिन्हें इस संकट के हल का जिम्मा सौंपा गया था। इसलिए पार्टी का साफ कहना है कि इस मामले में जो भी दोषी पाये जाते हैं, उन्हें दंडित किया बेहद जरूरी है ताकि उनको मिलने वाली सजा भविष्य में लिए मिसाल बन जाए।"
मालूम हो कि ईडी ने पिछले हफ्ते बंगाल सरकार के तत्कालीन मंत्री पार्थ चटर्जी को शिक्षक भर्ती घोटाले के लिए जिम्मेदार मानते हुए गिरफ्तार किया था। यह शिक्षक भर्ती घोटाला उस समय हुआ था जब वो बंगाल में शिक्षा मंत्री थे। केंद्रीय एजेंसी घोटाले में लिये गये धन की जांच कर रही है और इस संबंध में पार्थ चटर्जी की सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के स्वामित्व वाले दो फ्लैटों से सोने, चांदी, विदेशी मुद्रा के अलावा लगभग 50 करोड़ रुपये नकदी बरामद की गई है।
पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के पास बरामद काले धन को देखते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीते गुरुवार को कड़ा एक्शन लेते हुए मंत्री पार्थ चटर्जी को वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय का प्रभार वापस ले लिया और उन्हें मंत्रीमंडल से मुक्त कर दिया था। इसके साथ ही तृणमूल कांग्रेस से भी पार्थ चटर्जी पर सख्त फैसला लेते हुए उन्हें पार्टी के महासचिव पद से हटाते हुए जांच पूरी होने तक निलंबित कर दिया है।
पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के बाद शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) उम्मीदवारों द्वारा तृणमूल पार्टी के महासचिव और ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी के दफ्तर के सामने प्रदर्शन करने के मामले में पार्टी प्रवक्ता कुणास घोष ने आंदोलनकारी उम्मीदवारों से अपील की कि वो तृणमूल नेता के दफ्तर के सामने धरना न दें।
इसके साथ ही कुणाण घोष ने कहा, "हमारी पार्टी आंदोलनकारी युवाओं के प्रति सहानुभूति रखती है। लेकिन हम टीईटी उम्मीदवारों से अनुरोध करते हैं कि वे अभिषेक बनर्जी के कार्यालय के बाहर अपना विरोध कार्यक्रम वापस लें और इसके जगह वो सरकार के सामने लिखित रूप में अपनी मांग को प्रस्तुत करें।"
घोष ने कहा एसएससी नौकरी के इच्छुक उम्मीदवारों ने शुक्रवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ मुलाकात के बाद उसे सकारात्मक बैठक बताया और सीएम बनर्जी से भी उन्हें आश्वासन मिला है कि किसी के साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा और सभी को समान रूप से न्याय मिलेगा।
लेकिन उसके बाद भी टीईटी उम्मीदवारों के एक समूह ने शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कार्यालय के बाहर धरना दिया और अपने प्रतिनिधियों के साथ मुख्यमंत्री बनर्जी के साथ वार्ता का प्रस्ताव दिया। लेकिन कोलकाता पुलिस ने जबरन प्रदर्शनकारियों को मुख्यमंत्री कार्यालय से बेदखल कर दिया क्योंकि प्रदर्शनकारी शांतिपूर्ण धरने की जगह आक्रामक तरीके से विरोध-प्रदर्शन करने का प्रयास कर रहे थे। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)