तृणमूल कांग्रेस ने कहा, 'गृहमंत्री अमित शाह नैतिक जिम्मेदारी लें बीएसएफ जवानों द्वारा बांग्लादेशी महिला के साथ किये गये गैंगरेप की"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 29, 2022 04:52 PM2022-08-29T16:52:01+5:302022-08-29T17:25:36+5:30
तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में बीएसएफ के जवानों द्वारा कथित तौर पर बांग्लादेशी महिला के किये गये सामूहिक बलात्कार के मामले में गृहमंत्री अमित शाह से नैतिक जिम्मेदारी लेने का मांग की है।
कोलकाता:पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने सीमा सुरक्षा बल के दो जवानों द्वारा बांग्लादेशी महिला के गैंगरेप के संबंध में सीधे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह पर हमला करते हुए उन्हें घटना की जिम्मेदारी लेने को कहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के दल तृणमूल ने रविवार को मांग की कि गृहमंत्री अमित शाहपश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में बीएसएफ के दो जवानों द्वारा कथित तौर पर बांग्लादेशी महिला के साथ हुए सामूहिक बलात्कार की कम से कम नैतिक जिम्मेदारी तो लें।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और बनर्जी सरकार में महिला और बाल विकास मंत्री डॉ शशि पांजा ने अन्य लोगों के साथ उत्तर 24 परगना जिले में उस जगह का दौरा करने के बाद कहा कि उन्हें आश्चर्य है कि गृहमंत्री अमित शाह इस मुद्दे पर अभी तक चुप्पी क्यों साधे हुए हैं।
यही नहीं मंत्री पांजा ने कहा कि भारत में अवैध तरीके से प्रवेश करने का प्रयास कर रही महिला का गैंग रेप उसके नाबालिग बच्चे के सामने किया गया और इसे बीएसएफ के दो जवानों द्वारा किया गया। हम इस घटना की निंदा करते हैं और केंद्रीय गृह मंत्री से इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेने की मांग करते हैं।
पांजा ने कहा कि इतनी विभत्स घटना पर केंद्रीय गृहमंत्री की चुप्पी समझ से परे है। जब वह केंद्रीय सशस्त्र बलों के साहसिक कार्यों का श्रेय लेते हैं तो फिर उन्हें इस घटना की भी जिम्मेदारी लेनी चाहिए। लेकिन उन्होंने न तो इस घटना पर कुछ कहा और न ही इसकी निंदा की। पांजा ने कहा कि हम उनसे माफी की मांग करते हैं और चाहते हैं कि घटनी की गहन निष्पक्षता से जांच हो।
रविवार को संबंधित क्षेत्र का दौरा करके मंत्री पांजा ने जिला मजिस्ट्रेट से मुलाकात की और पीड़िता की स्थिति के बारे में जानकारी ली। पांजा ने कहा, "हम पीड़िता से नहीं मिल सके क्योंकि वह अस्पताल से छुट्टी के बाद अपने बच्चे के साथ बशीरहाट स्थित अपने घर के लिए निकली गई थीं। हमने सुना है कि वह अब स्थिर है, हालांकि उसका बच्चा अब भी सदमे में है।"
घटनास्थल का दौरा करने के बाद पांजा ने कहा, "हमने देखा कि सीमा के कुछ हिस्सों पर ठीक से बाड़ नहीं लगाई गई है। इस कारण सीमापार से लोग घुसपैठ का प्रयास करते हैं। इस मुद्दे पर हमने स्थानीय लोगों के साथ भी बात की और उनके अनुभवों के आधार पर हम इस मामले में पार्टी के लिए एक रिपोर्ट भी तैयार करेंगे।"
बांग्लादेश सीमा पर बीएसएफ जवानों द्वारा हुई इस शर्मनाक घटना का जिक्र करते हुए तृणमूल नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दिये भाषण में महिलाओं की गरिमा की बात की थी, अब जब यहां पर ऐसा घृणित कार्य हुआ है तो बीएसएफ की कमान संभालने वाले गृहमंत्री अमित शाह को कम से कम नैतिक तौर पर जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
मालूम हो कि उत्तर 24 परगना जिले के बगदा सीमा चौकी के पास बीएसएफ के दो जवानों ने बांग्लादेश से अवैध तरीके से प्रवेश करने वाली एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था। इस मामले में बंगाल पुलिस ने महिला की शिकायत पर बीएसएफ के एक सहायक उपनिरीक्षक और एक सिपाही को 26 अगस्त की देर रात गिरफ्तार किया गया था। वहीं बीएसएफ ने उन्हें भी उन्हें प्रारंभिक जांच में दोषी पाते हुए पद से निलंबित कर दिया था। बीएसएफ ने दोनों आरोपियों के खिलाफ कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का भी आदेश दिया है। (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)