कल्याण सिंह की तेरहवीं कार्यक्रम में उन्हें दी गई श्रद्धांजलि
By भाषा | Published: September 1, 2021 07:12 PM2021-09-01T19:12:26+5:302021-09-01T19:12:26+5:30
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के वरिष्ठ नेता कल्याण सिंह को उनके तेरहवीं कार्यक्रम में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए बुधवार को कहा कि सिंह ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भारतीय जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी द्वारा दी गई जिम्मेदारियों को पूर्ण संकल्पबद्धता, ईमानदारी, समर्पण और दृढ़ता के साथ अंजाम दिया। अलीगढ़ जिले के अतरौली में कल्याण सिंह की तेरहवीं कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा "बाबू जी ने खुद को समाज और देश के प्रति समर्पित करने की अपनी प्रतिज्ञा को पूरा किया और जब भी उन्हें जिम्मेदारी दी गई, चाहे वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ हो, भारतीय जनसंघ हो या भारतीय जनता पार्टी, उन्होंने उसे पूरी संकल्पबद्धता, ईमानदारी, समर्पण और दृढ़ता के साथ निभाया।’’ उन्होंने कहा कि सिंह ने सैकड़ों वर्षो के सपने को पूरा करने के लिए अपनी निष्ठा और बलिदान की भावना जाहिर करने में कभी संकोच नहीं किया, चाहे वर्ष 1992 में अयोध्या का विवादित ढांचा ढहाए जाने के बाद सरकारी अधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होने देने के लिए खुद नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की बात हो या फिर उत्तर प्रदेश को भय मुक्त और भ्रष्टाचार मुक्त बनाने की बात हो। मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि लखनऊ के सुपर स्पेशलिटी कैंसर संस्थान और बुलंदशहर के राजकीय मेडिकल कॉलेज का नामकरण कल्याण सिंह के नाम पर किया जाएगा। लखनऊ स्थित कैंसर संस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री की एक प्रतिमा भी लगाई जाएगी। इस बीच, उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने अतरौली के केएमवी इंटर कॉलेज मैदान में आयोजित तेरहवीं कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के चित्र पर माल्यार्पण किया। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तथा उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के साथ-साथ बड़ी संख्या में विशिष्ट अतिथियों तथा वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस मौके पर इसके अलावा राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और विश्व हिंदू परिषद की प्रबंध समिति के सदस्य दिनेश चंद्र ने भी सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। बारिश की आशंका के मद्देनजर आयोजन स्थल पर विशेष वाटरप्रूफ पंडाल लगाया गया और तेरहवीं भोज के लिए भोजन बनाने को करीब 1400 रसोइयों को बुलाया गया। कार्यक्रम स्थल से लेकर हवाई पट्टी तक करीब 2000 पुलिस तथा पीएसी कर्मियों को तैनात किया गया। राजस्थान के राज्यपाल रह चुके राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेताओं में शामिल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पिछली 21 अगस्त की रात राजधानी लखनऊ स्थित संजय गांधी परास्नातक आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया था। वह 89 वर्ष के थे। उन्हें गत 4 जुलाई को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। उनका अंतिम संस्कार 23 अगस्त को बुलंदशहर के नरोरा मैं किया गया था। कल्याण सिंह के बेटे राजवीर सिंह ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी थी। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। कल्याण सिंह छह दिसंबर 1992 को अयोध्या में कारसेवकों द्वारा विवादित ढांचा गिराये जाने के वक्त उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे। उन्हें तथा 31 अन्य अभियुक्तों को पिछले साल सितंबर में इस मामले में लखनऊ की एक विशेष अदालत ने बरी कर दिया था। लोध मतदाताओं में खासा प्रभाव रखने वाले कल्याण सिंह 1990 के दशक में भाजपा को उत्तर प्रदेश की सत्ता में लाने वाले प्रमुख नेताओं में शामिल थे। उनके बेटे राजवीर सिंह एटा से सांसद हैं जबकि उनके पुत्र संदीप सिंह प्रदेश के वित्त, तकनीकी शिक्षा तथा चिकित्सा शिक्षा विभाग के राज्यमंत्री हैं।
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