बेटे की नौकरी के लिए आदिवासी महिलाएं हुई न्यूड, पीएम मोदी और राष्ट्रपति को भेजी गई तस्वीरें
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: December 19, 2017 01:53 PM2017-12-19T13:53:22+5:302017-12-19T16:33:47+5:30
सोशल मीडिया पर वायरल हुई ये तस्वीरें, जानें क्या है पूरा मामला
इन दिनों सोशल मीडिया पर धनबाद, झारखंड की आदिवासी महिलाओं की न्यूड तस्वीर काफी वायरल हो रही है। असल में यहा डर्टी पॉलिटिक्स खेला जा रहा है। कुछ नेताओं को कहने पर महिलाओं ने बेटे की सरकारी नौकरी के लिए न्यूड होकर तस्वीर खिंचवाई। आदिवासी लीडर रामाश्रय सिंह ने महिलाओं से कहा कि ये फोटो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य सरकार को भेजी जाएगी। लेकिन नेताओं ने यहां डर्टी पॉलिटिक्स खेलते हुए उनकी इन तस्वीरों को सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
आदिवासी लीडर रामाश्रय ने 19 डीवीसी विस्थापित आदिवासी नौकरी की मांग को लेकर पीएम मोदी और राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजा है। जिसके साथ महिलाओं की न्यूड तस्वीरें भी भेजी गई है। हैरानी की बात तो यह है कि गांव में रहने वाली इन महिलाओं को सोशल मीडिया पर वायरल हुए तस्वीरों की जानकरी नहीं थी लेकिन जब उनको पता चला तो वह नेता रामाश्रय सिंह की इस हरकत से काफी नाराज हैं।
नेताओं ने धोखा कर तस्वीर को वायरल किया
न्यूड तस्वीरे खिंचवाने वाली महिलाओं का कहना है कि उन्होंने बेटे के नौकरी की चाहत में यह न्यूड तस्वीर खिंचवाई थी। उनसे यह वादा किया गया था कि यह फोटो सिर्फ सरकार को भेजी जाएगी लेकिन उनके साथ नेताओं ने धोखा कर तस्वीर को वायरल किया है।
वहीं आदिवासी महासभा के लीडर रामश्रय का कहना है कि उनसे गलती हो गई है। उनके फेसबुक एकाउंट से आपत्तिजनक तस्वीरें डाली गई। और उन्हें इसका काफी मलाल भी है। वह इस बात को लेकर काफी दुखी हैं। नेता ने यह भी कहा है कि वह इन सारी तस्वीरों को हटा लेंगे।
सरकार ने वादा कर नहीं दी नौकरियां
असल में यह मामला साल 1956 का है। डीवीसी ने झारखंड और बंगाल के 240 गांवों के 12 हजार परिवारों से जमीन अधिग्रहण किया था। धनबाद, जामताड़ा, पुरुलिया और वर्धमान जिला के किसानों की जमीन ली गई थी। विस्थापितों की मानें तो 38 हजार एकड़ जमीन और 5 हजार घर किसानों से लिए गए थे और सरकार ने यह वादा किया गया था कि सारे परिवारों के एक सदस्य को नौकरी दी जाएगी। ये आदिवासी महिलाएं उसी नौकरी की चाह में नेता की बात मानकर न्यूड तस्वीर खिंचवाने को तैयार हुई थी।