इस बार चुनाव में पिछड़ों का ‘इंकलाब’ होगा और वर्ष 2022 में बदलाव होकर रहेगा : अखिलेश यादव

By भाषा | Updated: November 7, 2021 20:12 IST2021-11-07T20:12:35+5:302021-11-07T20:12:35+5:30

This time there will be a 'Inquilab' of the backwards in the elections and there will be a change in the year 2022: Akhilesh Yadav | इस बार चुनाव में पिछड़ों का ‘इंकलाब’ होगा और वर्ष 2022 में बदलाव होकर रहेगा : अखिलेश यादव

इस बार चुनाव में पिछड़ों का ‘इंकलाब’ होगा और वर्ष 2022 में बदलाव होकर रहेगा : अखिलेश यादव

लखनऊ, सात नवंबर समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)पर हमला बोलते हुए दावा किया कि इस बार चुनाव में पिछड़ों का ‘इंकलाब’ होगा और वर्ष 2022 में बदलाव होकर रहेगा।

सपा प्रमुख ने रविवार को अंबेडकर नगर जिले में अकबरपुर के भानुमति स्मारक पी.जी. कॉलेज में आयोजित 'जनादेश महारैली' को संबोधित करते हुए कहा,‘‘आपके क्षेत्र में भाजपा बचने वाली नहीं है, जब लालजी वर्मा, राम अचल राजभर, त्रिभुवन दत्त (पूर्व सांसद) और राम प्रसाद चौधरी (पूर्व मंत्री) साथ खड़े हों, तो भाजपा बचने वाली नहीं है।’’

इस रैली में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के पूर्व नेता राम अचल राजभर और लालजी वर्मा ने विधिवत सपा में शामिल होने की घोषणा की। वर्मा और राजभर ने 25 अक्टूबर को ही घोषणा कर दी थी कि वे सात नवंबर को अंबेडकरनगर की रैली में सपा की सदस्यता लेंगे। लालजी वर्मा अंबेडकरनगर की कटेहरी सीट से तथा राम अचल राजभर अकबरपुर सीट से बसपा के टिकट पर चुनाव जीते हैं। इन दोनों ही नेताओं को कभी बसपा प्रमुख मायावती का बहुत करीबी माना जाता था।

राजभर बसपा के प्रदेश अध्यक्ष थे और वर्मा राज्य विधानसभा में बसपा विधायक दल के नेता थे। दोनों ही वर्ष 2007 से 2012 तक रही बसपा सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं। पंचायत चुनाव के बाद बसपा प्रमुख मायावती ने दोनों नेताओं पर भितरघात का आरोप लगाते हुए दल से बाहर कर दिया था।

रैली को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर के नाम पर बने अंबेडकरनगर जिले और डॉक्टर लोहिया की जन्म भूमि से यह संदेश पूरे देश में जा रहा है और अगर इन दोनों महापुरुषों की विचारधारा के रास्ते पर निकल पड़ें तो दोनों की विचारधारा भारत के सपने को पूरा कर सकती हैं।

यादव ने कहा, ‘‘ जहां जाति और धर्म में लोगों को बांटा जा रहा है, वहां अंबेडकर के संविधान पर चलकर समतामूलक समाज के सपने को पूरा किया जा सकता है।’’

लोकसभा चुनाव में बसपा से सपा के गठबंधन की ओर इशारा करते हुए यादव ने कहा, ‘‘अभी कुछ दिन पहले हमने कोशिश की कि लोहिया और अंबेडकर की विचारधारा एक हो जाए, लेकिन हम उसमें सफल नहीं हुए, परंतु मैं कह सकता हूं कि जिस तरह दूसरे दलों के लोग आ रहे हैं, उससे भाजपा का सफाया होना तय हो गया है।’’

यादव ने सपा सरकार में महंगाई से निजात दिलाने और बुनकरों-गरीबों को बिजली दरों में राहत दिलाने का भरोसा दिया और कहा कि बुनकरों को फ्लैट रेट पर बिजली मिलेगी तथा पुरानी पेंशन बहाल करेंगे।

पूर्व मुख्‍यमंत्री ने आरोप लगाया कि गरीबों के हित में समाजवादी सरकार की जितनी अच्छी योजनाएं थी उन सभी को भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है।

यादव ने याद दिलाया, ''सपा सरकार के समय ही टांडा में बड़ा बिजलीघर बना। दूध के उत्पादन में राज्य को नम्बर एक बनाया। अमूल का कारखाना लाये। पशुओं के लिए पोषक आहार का कारखाना लगाया। डायल 100 और एम्बुलेंस 108 तथा 102 जैसी सुविधाएं दी गई।''

सपा प्रमुख ने दिल्ली में जारी विज्ञापनों के माध्यम से रोजगार पैदा करने की उपलब्धि बताने के लिए सरकार को फटकार लगाई और लोगों से पूछा कि उनमें से कितने लोगों को कोई नौकरी मिली। उन्होंने दावा किया कि अगर सपा सत्ता में होती तो पूर्वांचल एक्सप्रेस वे कम समय में पूरा हो जाता।

यादव ने माफिया पर बुलडोजर चलाने वाले मुख्यमंत्री योगी के बयान पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘सरकार के लोगों को जहां बुलडोजर चलाना चाहिए था वहां नहीं चलाया। अगर सड़क पर सही तरीके से बुलडोजर चला होता तो यह (पूर्वांचल एक्सप्रेस वे) सड़क आगरा-लखनऊ से भी बेहतर होती, इतनी खराब न बनती।’’

उन्होंने भाजपा सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए कहा कि 'बाबा मुख्‍यमंत्री इसलिए छात्रों को लैपटॉप नहीं बांटे क्योंकि उन्हें लैपटॉप चलाना नहीं आता है, हम तो समाजवादी लोग हैं लैपटॉप चला लेंगे और समय पड़ेगा तो बुलडोजर भी चला लेंगे।'

समाजवादी पार्टी की पिछली सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए यादव ने कहा, ‘‘ समाजवादी लोगों ने काम करके दिखाया था, लेकिन जबसे यह सरकार उत्तर प्रदेश में आई है, अन्याय बढ़ाया और किसानों को धोखा दिया है।’’

उन्होंने तंज कसते हुए सवाल किया कि क्या किसान इस बात को भूल जाएंगे कि ‘तीन इंजन’ वाली सरकार ने लखीमपुर खीरी में किसानों को कुचलने का काम किया है। यादव ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश की सरकार के अलावा लखीमपुर खीरी के सांसद व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा 'टेनी' को ‘तीसरा इंजन’ बताया जिनके बेटे को किसानों को कुचलने के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेजा है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि 'भाजपा ने गांव गांव में लाल सिलेंडर बांटा लेकिन आज सिलेंडर की कीमत क्या है, हमारे बाबा मुख्‍यमंत्री कभी-कभी लाल रंग से घबराते हैं.... हो सकता है कि वह सिलेंडर का नाम या रंग बदल दें।'

उन्होंने कहा, ‘‘उप चुनाव में कुछ प्रदेशों में हारे हैं तो पेट्रोलियम की कीमतें नीचे आ गई हैं और उत्तर प्रदेश में हार जाएंगे तो कीमतें और नीचे आ जाएंगी।'

पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया 'हो सकता है कि जनता भाजपा को 400 सीटों पर हरा दे और सपा गठबंधन 400 सीटों पर जीत जाए। जब लोहिया और अंबेडकर की विचारधारा (बसपा नेताओं के सपा में शामिल होने के बाद) एक हो गई तो ये कैसे बचेंगे।'

लालजी वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा ने प्रदेश में जंगल राज स्थापित करने, भ्रष्टाचार बढ़ाने, अपराधियों का बोलबाला और नफरत फैलाने का कार्य किया है, इसलिए भाजपा का कुशासन मिटाने के लिए अखिलेश यादव के नेतृत्व में हम सपा के साथ खड़े हैं।

रामअचल राजभर ने दावा किया कि ‘‘डबल इंजन की सरकार हमें और लालजी वर्मा को कैबिनेट मंत्री और बेटे को राज्यसभा में भेजने का लालच दे रही थी, लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि राम अचल राजभर मर सकता है लेकिन बिक नहीं सकता है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘भाजपा ने राज्‍यपाल सत्‍यपाल मलिक को गलत काम कराने के लिए 300 करोड़ रुपये की पेशकश की जिसे उन्होंने ठुकरा दिया।

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