लोगों के बीच यह संदेश नहीं जाना चाहिये कि सरकार किसानों को तवज्जो नहीं दे रही है : बीरेंद्र सिंह

By भाषा | Updated: March 16, 2021 20:04 IST2021-03-16T20:04:40+5:302021-03-16T20:04:40+5:30

This message should not be known among the people that the government is not paying attention to the farmers: Birendra Singh | लोगों के बीच यह संदेश नहीं जाना चाहिये कि सरकार किसानों को तवज्जो नहीं दे रही है : बीरेंद्र सिंह

लोगों के बीच यह संदेश नहीं जाना चाहिये कि सरकार किसानों को तवज्जो नहीं दे रही है : बीरेंद्र सिंह

जींद, 16 मार्च केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ 26 जनवरी से बंद बातचीत को आगे बढ़ाने की वकालत करते हुये पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा कि जनता में यह संदेश नहीं जाना चाहिए कि सरकार किसानों को तवज्जों नहीं दे रही है।

सिंह ने कहा कि कहा कि किसान करीब चार महीने से आंदोलन कर रहे हैं । उन्होंने कहा कि सरकार यह न सोंचे कि वे किसानों को थका कर भेज देंगे और न ही किसान यह सोंचे कि वे लंबे समय तक बैठकर सरकार को झुकाएंगे।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि दोनों पक्ष बातचीत के लिए आगे आयें । उन्होंने कहा कि मेरी प्राथमिकता, मेरा धर्म सिर्फ किसान है बाकी चीजें दूसरे, तीसरे नंबर पर है।

दूसरी ओर, जिले में खटकड़ टोल के पास धरना दे रहे किसानों के बीच पहुंचे शहीद भगत सिंह के परिवार के सदस्य यादवेंद्र संधू ने कहा कि तीन महीने से ज्यादा समय हो चुका है जब देश के धरती पुत्र तीनों कृषि कानूनों को रद्द करवाने की मांग को लेकर दिल्ली के विभिन्न बॉर्डरों पर संघर्ष कर रहे है।

उन्होंने कहा कि इस संघर्ष के दौरान 300 के करीब किसानों की मौत हो चुकी है । उन्होंने कहा कि हमें बताया जाता है कि देश की 70 प्रतिशत आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है, देश की आत्मा को अगर देखना है तो गांव में जाना होता है।

उन्होंने कहा कि यह संघर्ष, यह लड़ाई और यह धर्मयुद्ध देश की आत्मा को बचाने के लिए लड़ा जा रहा है। उन्होंने कहा कि भगत सिंह का मैं अकेला वारिस नहीं हॅूं बल्कि आप सब उनके वारिस है और आप लोग उनके सच्चे वारिस है जो देश को बचाने के लिए घरों से निकले हैं।

इस बीच फरीदाबाद में, किसान नेता साफ तौर पर कहा कि जननायक जनता पार्टी ने कृषि कानून के मुद्दे पर किसानों का साथ नहीं दिया है इसीलिए वह फरीदाबाद में किसी भी कीमत पर उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को नहीं आने देंगे ।

किसान नेताओं ने कहा कि इस मामले में आज जिले के मोहना गांव में किसानों ने महापंचायत का आयोजन किया जिसमें यह फैसला किया गया।

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