आज जिस तरह काम हुआ, संसद में सदस्यों ने बात रखी, मैं बहुत प्रसन्न हूं, मैं इसे शब्दों में बयान नहीं कर सकताः नायडू
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 27, 2019 19:23 IST2019-11-27T19:23:44+5:302019-11-27T19:23:44+5:30
सभापति ने इसी तरह की परंपरा आगे भी बनाए रखने की सदस्यों से अपील करते हुए कहा ‘‘शून्यकाल में आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाए जाने चाहिए अन्यथा मुद्दे का प्रयोजन विफल हो जाता है।’’

सभापति के आगाह करने पर वह बैठ गए। इसके अलावा, सदन में शून्यकाल सामान्य रूप से चला।
राज्यसभा में बुधवार को शून्यकाल खत्म होने से ठीक पहले सभापति एम वेंकैया नायडू ने इस दौरान विभिन्न दलों सदस्यों द्वारा लोक महत्व के विषय अच्छी तरह से उठाये जाने और इसके लिए तैयारी करके आने की सराहना की।
बुधवार को उच्च सदन में शून्यकाल बिना किसी तरह के व्यवधान के चला और विभिन्न दलों के 20 सदस्यों ने अपने अपने मुद्दे उठाए। कार्यवाही के सामान्य रुप से चलने पर सदस्यों की सराहना करते हुए सभापति ने कहा कि आज शून्यकाल में बहुत अच्छे ढंग से कामकाज हुआ।
उन्होंने सदस्यों को बधाई देते हुए कहा ‘‘आज जिस तरह काम हुआ, जिस तरह सदस्यों ने अपनी बात रखी, मैं उससे बहुत प्रसन्न हूं। मैं इसे शब्दों में बयान नहीं कर सकता। हर दिन इसी तरह काम होना चाहिए और इसी तरह का सकारात्मक संदेश जाना चाहिए। ’’
सभापति ने इसी तरह की परंपरा आगे भी बनाए रखने की सदस्यों से अपील करते हुए कहा ‘‘शून्यकाल में आरोप प्रत्यारोप नहीं लगाए जाने चाहिए अन्यथा मुद्दे का प्रयोजन विफल हो जाता है।’’ उच्च सदन में आज शून्यकाल के दौरान अपना मुद्दा उठा रहे कांग्रेस के बी के हरिप्रसाद ने सभापति द्वारा बोलने से रोके जाने पर सदन से वाकआउट किया।
इससे पहले, भाजपा के विजय गोयल ने कल कांग्रेस सदस्यों द्वारा की गई किसी टिप्पणी को लेकर आपत्ति जताई लेकिन सभापति के आगाह करने पर वह बैठ गए। इसके अलावा, सदन में शून्यकाल सामान्य रूप से चला।