ममता बनर्जी सरकार को हटाने के लिए हुई "जय-जय सियाराम" के नारे की शुरुआत : विजयवर्गीय
By भाषा | Updated: February 13, 2021 21:42 IST2021-02-13T21:42:29+5:302021-02-13T21:42:29+5:30

ममता बनर्जी सरकार को हटाने के लिए हुई "जय-जय सियाराम" के नारे की शुरुआत : विजयवर्गीय
इंदौर (मध्य प्रदेश), 13 फरवरी पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों से पहले धार्मिक नारों को लेकर राजनीतिक जंग तेज होने के बीच भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने शनिवार को कहा कि ममता बनर्जी नीत तृणमूल कांग्रेस सरकार को हटाने के लिए इस पूर्वी सूबे में "जय-जय सियाराम" के नारे की शुरुआत की गई है।
पश्चिम बंगाल में इस साल अप्रैल-मई में विधानसभा चुनाव संभावित हैं। इन चुनावों में विपक्षी भाजपा के सामने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस का गढ़ भेदने की चुनौती है।
विजयवर्गीय, भाजपा संगठन में पश्चिम बंगाल मामलों के प्रभारी महासचिव हैं। उन्होंने अपने गृहनगर इंदौर में संवाददाताओं से कहा, "वहां (पश्चिम बंगाल) अब जय-जय सियाराम के नारे लगते हैं। अंग्रेजों को (भारत से) हटाने के लिए बंगाल से वंदे मातरम के नारे की शुरुआत हुई थी और जय-जय सियाराम के नारे की शुरुआत बंगाल से बनर्जी (सरकार) को हटाने के लिए हुई है।"
भाजपा महासचिव ने दावा किया कि उनकी पार्टी पश्चिम बंगाल के आगामी विधानसभा चुनावों के दौरान कुल 294 में से 210 सीटें जीतकर सरकार बनाएगी।
विजयवर्गीय ने एक सवाल पर इस अटकल को सिरे से खारिज किया कि चुनावों से पहले तृणमूल कांग्रेस के नेताओं के भाजपा में आने से भाजपा के मूल नेताओं में असंतोष पनप रहा है। उन्होंने कहा, "पश्चिम बंगाल में भाजपा नयी पार्टी है और राज्य में हमारे काम की शुरूआत ही हुई है। वहां कई जिलों में तो हमारे पुराने कार्यकर्ता ही नहीं थे।"
तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सांसद और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री के भतीजे अभिषेक बनर्जी द्वारा भाजपा नेताओं पर हिंदू देवी दुर्गा के अनादर के आरोप के बारे में प्रतिक्रिया मांगे जाने पर विजयवर्गीय ने अभिषेक की मानसिक स्थिति पर तंज किया, "उनकी (सियासी) जमीन खिसक गई है, तो वह भी खिसक गए हैं।
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