मां-बाप ने जन्म लेते ही फेंक दिया था कचरे में, आज बन गई विदेशी, बच्ची इशिता जाएगी अमेरिका
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 5, 2019 08:53 PM2019-12-05T20:53:47+5:302019-12-05T20:53:47+5:30
विदेशी दंपत्ति माइकल कोरी हैनकॉक और उसकी पत्नी एरिका गोद लेने की कानूनी औपचारिकताएं पूरा करने के बाद इशिता को अपने देश अमेरिका के मिसिसिपी जाने के लिए नीमच से बृहस्पतिवार शाम रवाना हो गये।
मध्य प्रदेश के नीमच में जन्म के तुरंत बाद माता-पिता द्वारा त्यागी गई बच्ची इशिता को एक विदेशी दंपति ने गोद ले लिया।
विदेशी दंपत्ति माइकल कोरी हैनकॉक और उसकी पत्नी एरिका गोद लेने की कानूनी औपचारिकताएं पूरा करने के बाद इशिता को अपने देश अमेरिका के मिसिसिपी जाने के लिए नीमच से बृहस्पतिवार शाम रवाना हो गये।
इशिता नीमच में एक कचरे के ढेर में खून से लथपथ हालत में मिली थी। तब वह एक दिन की थी। बेहद नाज़ुक हालत में पुलिस उसे नीमच जिला अस्पताल लाई, जहां उसका उपचार किया गया और स्वस्थ होने के बाद उसे स्थानीय शिशु बालगृह में लाया गया था और तब से इसी बालगृह में उसका लालन पालन हुआ।
नीमच के शिशु बालगृह की संचालिका उषा गुप्ता ने बताया, ‘‘डेढ़ साल पहले नीमच में एक कचरे के ढेर में खून से लथपथ एक दिन की इशिता को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। इसे पैदा होते ही उसकी मां ने इसे फेंक दिया था।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अमेरिका के मिसिसिपी में रहने वाले अमेरिकी दंपत्ति माइकल कोरी हैनकॉक और उनकी पत्नी एरिका आज नीमच आये और इशिता को गोद लेकर अपने साथ ले गये हैं। अपने देश जाने के लिए वे आज शाम नीमच से रवाना भी हो गये हैं।’’ नीमच से रवाना होने से पहले माइकल ने बताया कि वह एक एग्रीकल्चर कॉलेज में एकाउंटेंट है और उनकी शादी को 10 साल हो गये हैं, लेकिन उनका कोई बच्चा नहीं है।
उन्होंने कहा कि उन्हें अपने देश (अमेरिका) की एक एजेंसी के माध्यम से पता चला की इंडिया के मध्य प्रदेश में नीमच स्थित शिशु बालगृह में यह बच्ची है, जिसका पता चलने पर हमने इसे गोद लेने की इच्छा जाहिर की और आखिरकार इशिता हमें मिल गयी।
वहीं, एरिका ने बताया कि इशिता को अच्छी शिक्षा देने के साथ ही उसे काफी खुश रखेंगे और हमें कानूनी तौर पर आज इशिता मिल गयी और हमने गोद लेने की सारी कानूनी औपचारिकताएं पूरी कर दी हैं।