नयी दिल्ली, 19 फरवरी संयुक्त किसान मोर्चा ने उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दो नाबालिग लड़कियों की मौत के मामले में ‘‘उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच’’ की मांग की है।
किसान यूनियनों की शीर्ष संस्था ने साथ ही कहा कि जिंदगी और मौत से जूझ रही तीसरी पीड़िता को उचित चिकित्सा सहायता मुहैया कराने के साथ ही दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
मोर्चे ने एक बयान में कहा, ‘‘संयुक्त किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के उन्नाव में तीन दलित नाबालिग बहनों में से दो की रहस्यमयी मौत के बाद पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है।उत्तर प्रदेश का शासन और प्रशासन एक बार फिर संदेह के घेरे में है जहां महिलाओं के लिए कोई सुरक्षित स्थान नहीं है। हम घायल युवती को उचित इलाज मुहैया कराने तथा घटना की उच्च स्तरीय निष्पक्ष जांच के साथ ही दोषियों को कड़ी सजा दिए जाने की मांग करते हैं ।’’
गौरतलब है कि उन्नाव जिले के असोहा थाना इलाके के बबुरहा गांव में गत 17 फरवरी की शाम खेतों पर घास लेने गईं तीन दलित किशोरियों के एक खेत में संदिग्ध अवस्था में बेसुध पाए जाने के बाद उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया था। चिकित्सकों ने कोमल (15) और काजल (14) को मृत घोषित कर दिया था, जबकि रोशनी (16) को गंभीर हालत में उन्नाव अस्पताल ले जाया गया और बाद में कानपुर रेफर कर दिया गया।
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