झारखंड में 3 मंत्री समेत कई विधायकों के कोरोना पॉजिटिव होने से स्थिती हुई भयावह, सरकार के कामकाज पर पड़ रहा है असर
By एस पी सिन्हा | Updated: August 24, 2020 17:27 IST2020-08-24T17:27:55+5:302020-08-24T17:27:55+5:30
झारखंड में 20136 संक्रमित स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं. इस समय राज्य में कोरोना के कुल एक्टिव केस 9724 हैं.

कोरोना वायरस (फाइल फोटो)
रांची: झारखंड में इनदिनों पूरी सरकार होम आइसोलेशन में है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने घर में आइसोलेशन में हैं. विधायकों और मंत्रियों में कोविड की पुष्टि के बाद सरकार और विधानसभा का कामकाज बड़े स्तर पर प्रभावित हुआ है.
कई अधिकारी भी होम आइसोलेशन में बताये जा रहे हैं. राज्य में तीन मंत्रियों समेत करीब-करीब 11 प्रतिशत विधायक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. इसबीच झारखंड में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 30178 हो गई है. इसके साथ ही कोरोना से मरनेवालों का आंकडा 318 हो गया है.
राज्य में 20136 संक्रमित स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं. इस समय राज्य में कोरोना के कुल एक्टिव केस 9724 हैं.सूबे में लगभग पूरी सरकार के होम आईसोलेशन में चले जाने के कारण सबसे ज्यादा असर उन विभागों पर पड़ा है, जिसके मंत्री कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
अभी तक झारखंड में जल संसाधन मंत्री मिथिलेश कुमार, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और कृषि मंत्री बादल पत्रलेख कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इसके अलावा विधायकों की बात करें तो भजपा के सीपी सिंह और आलोक चौरसिया, झामुमो के मथुरा प्रसाद महतो, कांग्रेस की दीपिका पांडे और आजसू के सुदेश महतो और लम्बोदर महतो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं.
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता 18 अगस्त को संक्रमित पाए गए थे. वहीं बादल पत्रलेख में रविवार को संक्रमण की पुष्टि हुई और वे होम आइसोलेशन में थे. जल संसाधन मंत्री मिथिलेश कुमार को रिम्स में भर्ती किया गया था और नेगेटिव आने पर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया.
वहीं, मथुरा महतो और सीपी सिंह भी इलाज के बाद ठीक होकर घर चले गए. वर्तमान में दो मंत्री और तीन विधायक होम आइसोलेशन में हैं. सदस्यों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद कामकाज पर पडे असर को स्वीकारते हुए विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो कहते हैं कि अधिकांश समितियों की बैठकों को स्थगित कर दिया गया है.
हमने एक सप्ताह पहले बैठकें फिर से शुरू की थीं, लेकिन हाल के दिनों में कई समिति के अध्यक्ष और विधायकों में कोरोना की पुष्टि हुई है.वहीं, कोरोना का इलाज करा रहे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को रिम्स के डॉक्टरों ने सलाह दी कि आप बात व काम न करें और स्वास्थ्य लाभ लें.
बन्ना गुप्ता को खांसी, सिरदर्द के साथ बुखार भी था, जिसके कारण वे पिछले दो दिनों से कोई फाइल वर्क नहीं कर पा रहे थे. हालांकि स्वास्थ्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी का कहना है कि स्वास्थ्य मंत्री के अस्पताल में भर्ती होने से अभी तक कामकाज प्रभावित नहीं हुआ है.
इधर, वित्त एवं खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने रविवार को कोरोना जांच को लेकर अपना सैंपल दिया. प्रारंभिक जांच में उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी. देर रात आयी दूसरी रिपोर्ट भी निगेटिव आई है. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद कैंबिनेट मंत्री एक-एक कर अपनी कोरोना जांच करा रहे हैं.
मंत्री मिथिलेश ठाकुर स्वस्थ हो चुके हैं. स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता व कृषि मंत्री बादल पत्रलेख का इलाज चल रहा हैं. ग्रामीण विकास मंत्री अलमगीर आलम होम कोरेंटिन में हैं. उन्होंने बताया कि 14 दिन तक होम कोरेंटिन में रहने के बाद वे एक सितंबर को अपनी जांच करायेंगे. उधर, झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन व उनकी पत्नी रूपी सोरेन की सेहत सामान्य है.
झामुमो के केंद्रीय महासचिव का प्रवक्ता विनोद पांडेय ने बताया कि गुरुजी की सेहत सामान्य है. जल्द ही वे स्वस्थ होकर हमारे बीच होंगे. डॉक्टर लगातार उनकी सेहत की जांच कर रहे हैं. कोरोना संक्रमित पाये जाने के बाद शिबू सोरेन और उनकी पत्नी होम आइसोलेशन में हैं.