दिल्ली: शख्स के मोबाइल पर आया MCD का मैसेज, आपका डेथ सर्टिफिकेट तैयार है, परिवार में मच गई खलबली
By अनुराग आनंद | Published: February 17, 2021 03:31 PM2021-02-17T15:31:16+5:302021-02-17T15:38:45+5:30
दिल्ली में एक 58 वर्षीय विनोद शर्मा नाम के शख्स के मोबाइल में एमसीडी की तरफ से डेथ सर्टिफिकेट का मैसेज मिला। इसके बाद शर्मा समेत उनके परिवार के सभी लोग परेशान हो गए।
नई दिल्ली: अभी हाल में 'कागज' फिल्म ने लोगों के बीच काफी लोकप्रियता हासिल की है। इस फिल्म में दिखाने का प्रयास किया गया है कि किस तरह से एक व्यक्ति के जिंदा रहते ही सरकारी दफ्तरों की लापरवाही की वजह से उसे मृत घोषित कर दिया जाता है।
पंकज त्रिपाठी ने इस फिल्म में अभिनय किया है। फिल्म में दिखाया गया है कि शख्स को कितना समस्याओं का सामना करना पड़ता है। टीओआई के मुताबिक, ऐसा ही एक मामला राजधानी दिल्ली के रहने वाले 58 वर्षीय विनोद शर्मा के साथ हुआ है। विनोद शर्मा को नगर निगम की तरफ से डेथ सर्टिफिकेट का मैसेज मिला है।
सरकारी दफ्तर से यह मैसेज मिलने पर परिवार के लोग हुए परेशान-
मैसेज मिलने के बाद दिल्ली का यह शर्मा परिवार परेशान हो गया। परिवार में तब अफरा-तफरी का माहौल बन गया जब परिवार के एक अच्छे भले स्वस्थ व्यक्ति के मोबाइल पर दिल्ली एमसीडी ने एक मैसेज भेजा कि उनका डेथ सर्टिफिकेट तैयार है।
बता दें कि दिल्ली के आर्य नगर में एक निजी इंजीनियरिंग फर्म चलाने वाले विनोद शर्मा ने बताया कि दक्षिणी दिल्ली नगर निगम की तरफ से वेबसाइट लिंक के साथ एक मैसेज आया- डेथ सर्टिफिकेट के लिए आपके अनुरोध को मंजूरी दे दी गई है। आप नीचे दिए गए लिंक से सर्टिफिकेट डाउनलोड कर सकते हैं।
शख्स ने सरकारी दफ्तर व क्षेत्र के संबंधित अधिकारी वार्ड सदस्य से की शिकायत-
इसके बाद विनोद शर्मा ने परेशान होकर अपने क्षेत्र के वार्ड समेत सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगाने व फोन की घंटी बजाना शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि मैं यहां जीवित और स्वस्थ हूं। मेरे परिवार में किसी का भी निधन नहीं हुआ है और न ही किसी ने भी इस तरह के प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया है। लेकिन, फिर भी नगर निगम ने हमें डेथ सर्टिफिकेट भेजा है।
इसके बाद इस मामले में शर्मा के क्षेत्र आर्य नगर के पार्षद वेद पाल ने सोमवार को दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) की स्थायी समिति की बैठक में लोगों को भेजे गए गलत संदेशों का मुद्दा उठाया।
वार्ड ने दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) की बैठक में उठाया मामला-
इस मामले में पीड़ित शख्स के वार्ड ने दक्षिणी दिल्ली नगर निगम (एसडीएमसी) की बैठक में कहा कि जब मेरे वार्ड के एक व्यक्ति को मृत्यु के बारे में मैसेज मिला, तो परिवार में दहशत फैल गई। उन्होंने सोचा कि कई उनके किसी रिश्तेदार की मृत्यु हो गई है और फिर उन्होंने अपने निकट और प्रिय लोगों को फोन करके पूछा। आखिरकार, उन्हें एहसास हुआ कि यह गलत तरीके से दिया गया मैसेज है।