कोरोना संकट के बीच सामने आई चीन की शर्मनाक हरकत, भारत को भेजी घटिया क्वालिटी PPE किट

By स्वाति सिंह | Updated: April 16, 2020 16:12 IST2020-04-16T16:12:05+5:302020-04-16T16:12:05+5:30

चीन ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने में मदद के लिए भारत को बृहस्पतिवार को 650,000 कोरोना वायरस चिकित्सा किट्स भेजी। देश में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या बृहस्पतिवार को 414 हो गई और मामलों की संख्या बढ़कर 12,380 तक पहुंच गई।

Tens of thousands of Chinese PPE kits fail India safety test says report | कोरोना संकट के बीच सामने आई चीन की शर्मनाक हरकत, भारत को भेजी घटिया क्वालिटी PPE किट

चीन ने भारत में मौजूदा लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में जांच बढ़ाने के उसके प्रयास के तौर पर पहले चिकित्सा किट्स की दो बड़ी खेप भेजीं ।

Highlightsचीन ने भारत को 650,000 कोरोना वायरस चिकित्सा किट्स भेजी। चीन ने भारत में कुछ खराब गुणवत्ता वाले किट भेजे हैं जो अनुपयोगी पाए गए हैं।

बीजिंग: कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए निजी सुरक्षा उपकरण (पीपीई) के ख़राब गुणवत्ता वाले किट चीन ने भारत को भेजे हैं। हालांकि, जो खेप गुणवत्ता परीक्षण में विफल रहे, उन्हें भारत में बड़ी निजी कंपनियों से दान के रूप में प्राप्त किया गया था। दरअसल, चीन ने कोविड-19 वैश्विक महामारी से लड़ने में मदद के लिए भारत को बृहस्पतिवार को 650,000 कोरोना वायरस चिकित्सा किट्स भेजी। बीजिंग में भारत के दूत विक्रम मिस्री ने बताया कि चीन से खरीदी जा रही 20 लाख से अधिक जांच किटों को अगले 15 दिनों में भारत भेजा जाएगा। मिस्री ने बृहस्पतिवार को ट्वीट किया, ‘‘रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट्स और आरएनए एक्सट्रैक्शन किट्स समेत कुल 650,000 किटों को आज तड़के ग्वांग्झू हवाईअड्डे से भारत के लिए भेजा गया।’’ 

वहीं, द इकॉनमिक टाइम्स के अनुसार इस मामले से जुड़े एक शख्स ने बताया कि 1,70,000  भारत सरकार को डोनेट की गई थीं जिसमें से 50,000 किट्स क्वालिटी टेस्ट में फेल हो गईं। शख्स ने बताया कि 30,000 और 10,000 किट्स के दो छोटे कंसाइनमेंट्स भी आए थे जो टेस्ट में फेल हो गए। ये किट्स डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन लेबोरेट्री ग्वालियर में टेस्ट की गईं थीं। 

बता दें कि कोरोना वायरस से करीब ढाई महीने तक जूझने के बाद चीन में कारखानों ने एक बार फिर काम शुरू कर दिया है और वह भारत समेत दुनियाभर में वेंटिलेटर और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों (पीपीई) समेत चिकित्सा सामान की भारी मांग को एक बड़े कारोबारी अवसर के तौर पर देख रहा है। चीन से इन सामान के आयात के लिये निजी और सरकारी कंपनियां दोनों ही ऑर्डर दे रही हैं। ऐसी जानकारी है कि चीन ने भारत में मौजूदा लॉकडाउन के दौरान सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में जांच बढ़ाने के उसके प्रयास के तौर पर पहले चिकित्सा किट्स की दो बड़ी खेप भेजीं । भारत ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए बंद की अवधि तीन मई तक बढ़ा दी है। देश में इस बीमारी से 414 लोगों की मौत हुई है और 12,380 लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। 

मिस्री ने कहा कि भारतीय दूतावास, भारत में इन सामान को समय से पहुंचाने के लिए विमानों के समन्वय पर काम करने के अलावा वाणिज्यिक खरीद में सहयोग भी कर रहा है। मंगलवार को उन्होंने यहां मीडिया को बताया था कि भारत ने 30 लाख जांच किटों के अलावा कोविड-19 मरीजों का इलाज कर रहे चिकित्साकर्मियों के लिए चीन से 1।5 करोड़ निजी सुरक्षा उपकरण खरीदने का ऑर्डर दिया है। मिस्री ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमारी जरूरतों को समय पर और सुचारू तरीके से तथा अनुमानित कीमत पर पूरा करना भारत-चीन संबंध के लिए सबसे अच्छा संकेत होगा।’’ 

दुनिया के कई हिस्सों में कोरोना वायरस के फैलने के कारण चीनी चिकित्सा सामान की मांग बढ़ने पर चीन ने बुधवार को सभी देशेां से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त चीन की प्रतिष्ठित कंपनियों से इन सामान का आयात करने के लिए कहा तथा जालसाजी में शामिल लोगों को सजा देने की बात कही। उत्पादों की गुणवत्ता के बारे में कई देशों के चिंता जताए जाने के बारे में सवालों का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने यहां मीडिया ब्रीफिंग में कहा कि चीन सरकार व्यवस्थित निर्यात को प्रोत्साहित कर रही है। उन्होंने कहा, ‘‘हम आशा करते हैं कि विदेशी खरीददार उन कंपनियों के उत्पादों को चुनेंगे जिन्हें अच्छे उत्पाद की विश्वसनीयता के लिये चीनी नियामक से मान्यता प्राप्त है।’’ 

उन्होंने कहा, ‘‘हाल ही में कई देशों ने चीन से मेडिकल सामग्री खरीदी है। अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करते हुए हम विश्वसनीयता वाली कंपनियों और उत्पादों के निर्यात के मामले में प्रतिष्ठित कंपनियों की सहायता कर रहे हैं।’’ 

Web Title: Tens of thousands of Chinese PPE kits fail India safety test says report

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