तेलंगाना के पोचमपल्ली को सर्वोतम पर्यटन गांवों में से एक का पुरस्कार दिया गया
By भाषा | Updated: November 16, 2021 17:34 IST2021-11-16T17:34:20+5:302021-11-16T17:34:20+5:30

तेलंगाना के पोचमपल्ली को सर्वोतम पर्यटन गांवों में से एक का पुरस्कार दिया गया
हैदराबाद, 16 नवंबर तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित पोचमपल्ली गांव को संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) ने सर्वोत्तम पर्यटन गांवों में से एक चुना है। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी के कार्यालय की ओर से मंगलवार को जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति में यह जानकारी दी गई।
गांव के लोगों को बधाई देते हुए केंद्रीय संस्कृति, पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री रेड्डी ने कहा कि यह प्रतिष्ठित पुरस्कार स्पेन के मेड्रिड में दो दिसंबर 2021 को यूएनडब्ल्यूटीओ महासभा के 24वें सत्र के दौरान दिया जाएगा।
मंत्री ने कहा, “पोचमपल्ली और विशेष रूप से तेलंगाना के लोगों की ओर से मैं आभारी हूं कि पोचमपल्ली गांव को यह पुरस्कार दिया गया। मैं मंत्रालय के अधिकारियों के प्रति भी आभार व्यक्त करता हूं जिन्होंने प्रभावी ढंग से पोचमपल्ली का प्रतिनिधित्व किया।”
उन्होंने कहा कि पोचमपल्ली की विशेष बुनाई की कला को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘वोकल फॉर लोकल’ मंत्र के जरिये आत्मनिर्भर भारत के तौर पर विशेष महत्व मिला। नलगोंडा जिले के पोचमपल्ली गांव में विशिष्ट ‘इकत’ शैली से साड़ियां तैयार की जाती हैं इसलिए इसे भारत की ‘सिल्क सिटी’ कहा जाता है।
पोचमपल्ली इकत शैली को 2004 में जीआई (भौगोलिक संकेतक) मिला था। पर्यटन मंत्रालय ने यूएनडब्ल्यूटीओ सर्वोत्तम पर्यटन गांव के लिए भारत से तीन गांवों के नाम का सुझाव दिया था।
इनमें मेघालय के कोंगथांग, मध्य प्रदेश के लाडपुरा खास और पोचमपल्ली का नाम शामिल था। यूएनडब्ल्यूटीओ ने पोचमपल्ली को सर्वोत्तम पर्यटन गांवों में से एक का पुरस्कार देने के लिए चुना है।
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