तेलंगाना: ओस्मानिया यूनिवर्सिटी ने राहुल गांधी के दौरे को नहीं दी मंजूरी, कांग्रेस ने केसीआर सरकार पर दबाव डालने का आरोप लगाया
By विशाल कुमार | Updated: May 2, 2022 09:29 IST2022-05-02T09:26:51+5:302022-05-02T09:29:28+5:30
ओस्मानिया यूनिवर्सिटी के कथित फैसले से परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। जहां कई युवा कांग्रेस नेताओं और समर्थकों ने शनिवार को ओयू आर्ट्स कॉलेज में प्रदर्शन किया, वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और टीआरएस से जुड़े छात्र संघों ने जवाबी विरोध प्रदर्शन किया।

तेलंगाना: ओस्मानिया यूनिवर्सिटी ने राहुल गांधी के दौरे को नहीं दी मंजूरी, कांग्रेस ने केसीआर सरकार पर दबाव डालने का आरोप लगाया
हैदराबाद: देश के सबसे पुराने विश्वविद्यालयों में से एक ओस्मानिया यूनिवर्सिटी ने 7 मई को कैंपस में कांग्रेस नेता राहुल गांधी के गैर राजनीतिक कार्यक्रम को मंजूरी देने से इनकार कर दिया है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, यूनिवर्सिटी ने आयोजकों को लिखित में इसकी जानकारी नहीं। शनिवार को यूनिवर्सिटी के कार्यकारी परिषद ने यह मंजूरी देने से इनकार किया।
कांग्रेस ने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर राहुल गांधी की यात्रा को रोकने के लिए संस्थान पर दबाव डालने का आरोप लगाया। कुछ छात्रों ने उसी दिन तेलंगाना हाईकोर्ट का रुख किया, जिसमें उन्होंने विश्वविद्यालय को गांधी की यात्रा की अनुमति देने का निर्देश देने का आग्रह किया।
कांग्रेस नेताओं ने रविवार को कहा कि उन्होंने कार्यक्रम की अनुमति के लिए 23 अप्रैल को आवेदन किया था, जिसमें कहा गया था कि यह गैर-राजनीतिक कार्यक्रम है।
प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि 2017 से कार्यकारी परिषद ने कैंपस में राजनीतिक बैठकों सहित गैर-शैक्षणिक गतिविधियों को प्रतिबंधित कर दिया है और लगभग हर साल एक प्रस्ताव अपनाया है।
अधिकारी ने कहा कि इस तरह का पहला प्रस्ताव जून 2017 में स्वीकार किया गया था, जब हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को विश्वविद्यालय के परिसर में राजनीतिक और सार्वजनिक बैठकों की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया था।
विश्वविद्यालय के कथित फैसले से परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं। जहां कई युवा कांग्रेस नेताओं और समर्थकों ने शनिवार को ओयू आर्ट्स कॉलेज में प्रदर्शन किया, वहीं अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और टीआरएस से जुड़े छात्र संघों ने जवाबी विरोध प्रदर्शन किया।