तेलंगाना विधान सभा चुनाव: ओवैसी को मात देने के लिए बीजेपी ने इस मुस्लिम महिला उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 4, 2018 07:13 AM2018-11-04T07:13:59+5:302018-11-04T07:14:43+5:30
अकबरुद्दीन ओवैसी एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई हैं। वह 1999, 2004, 2009 और 2014 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। तेलंगाना में 119 सीटों पर 7 दिसंबर 2018 को विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। 12 नवंबर, 2018 को नोटिफिकेशन जारी होगा।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेप) ने हैदराबाद की चंद्रयानगुट्टा विधानसभा सीट से ऑल इंडिया मजलिस इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के शीर्ष नेता अकबरुद्दीन ओवैसी का मुकाबला करने के लिए एक मुस्लिम महिला उम्मीदवार सैयद शहजादी को चुनाव मैदान में उतारा है।
नौसिखिया मानी जाती हैं शहजादी
चुनावी राजनीति में एक नौसिखिया मानी जाने वाली, शहजादी एबीवीपी की नेता हैं और तेलंगाना के अदिलाबाद की रहने वाली हैं। हैदराबाद में उस्मानिया विश्वविद्यालय से राजनीति विज्ञान में स्नातकोत्तर शहजादी ने आरोप लगाया कि चंद्रयानगुट्टा और हैदराबाद शहर के अन्य हिस्सों में आम लोगों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है जबकि एआईएमआईएम पिछले दो दशक से यहां का प्रतिनिधित्व कर रही है। उन्होंने कहा कि वह केन्द्र सरकार की योजनाओं को लागू करके लोगों के कल्याण के लिए काम कर सकती हैं।
शहजादी ने ओवैसी पर लगाए ये गंभीर आरोप
- शहजादी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में बताया, '' मैं पूछ रही हूं कि आपके (लोगों) लिए उन्होंने (ओवैसी) किया क्या है? आपके जीवन में क्या बदलाव आया है? आपके बच्चों की शिक्षा के बारे में क्या और उनमें से कितनों को रोजगार मिला हुआ हैं? कितने इंजीनियर और डॉक्टर बन गए हैं।''
- शहजादी ने आरोप लगाया कि हैदराबाद के पुराने शहर में एक सांप्रदायिक माहौल बना दिया गया है। सामान्य मुसलमानों समेत आम लोगों के जीवन में कोई बदलाव नहीं आया है।
बीजेपी के सांप्रदायिक पार्टी होने से शहजादी ने किया इंकार
भाजपा के सांप्रदायिक पार्टी होने के आरोपों को खारिज करते हुए शहजादी ने कहा कि इस तरह की मानसिकता बना दी गई है कि यह मुस्लिमों का विरोध करती है। उन्होंने कहा कि यह वही भाजपा है जिसने दिवंगत ए पी जे अब्दुल कलाम को देश का राष्ट्रपति बनाया और सिकंदर बख्त, नजमा हेपतुल्ला और एमजे अकबर जैसे भाजपा के मुस्लिम नेताओं को अहम पद दिए।
उन्होंने दावा किया कि हैदराबाद में मौलाना आजाद उर्दू विश्वविद्यालय और उत्तर प्रदेश के मदरसों के लिए बजट को बढ़ाया गया। शहजादी ने कहा कि वह गरीबी, लोगों के मुद्दे और मुस्लिम महिलाओं से संबंधित मुद्दों को समझती है।
मोदी सरकार के तीन तलाक निर्णय की शहजादी ने की प्रशंसा
उन्होंने कहा, ‘‘यदि कोई पार्टी है जिसने युवाओं को प्रोत्साहित किया तो वह भाजपा है। वह भाजपा ही है जिसने मुस्लिमों को भी प्रोत्साहित किया और मैं इसका एक उदाहरण हूं।’’ शहजादी ने तीन तलाक मुद्दे पर मोदी सरकार के निर्णय की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि वह मुस्लिम महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम करना चाहती है।
भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष लक्ष्मण ने कहा- शहजादी एआईएमआईएम के गलत कार्यों को सामने ला सकती हैं
भाजपा की तेलंगाना इकाई के अध्यक्ष के लक्ष्मण ने कहा कि शहजादी एआईएमआईएम के गलत कार्यों और वे कैसे गरीब मुस्लिमों का शोषण कर रहे हैं, इसे उजागर कर सकती है। लक्ष्मण ने कहा कि वह चंद्रयानगुट्टा से चुनाव लड़ने की इच्छुक थीं जिस पर पार्टी ने विचार किया और उन्हें इस सीट से उतारने का फैसला किया।
अकबरुद्दीन ओवैसी का इतिहास
अकबरुद्दीन ओवैसी एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के छोटे भाई हैं। वह 1999, 2004, 2009 और 2014 में विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। वह हाल में भंग हुई पहली तेलंगाना विधानसभा में एआईएमआईएम विधायक दल के नेता थे। पूरे राज्य के मुस्लिम इलाकों पर इनका दबदबा है।
तेलंगाना में चुनाव की तारीख
तेलंगाना में 119 सीटों पर 7 दिसंबर 2018 को विधान सभा चुनाव होने वाले हैं। 12 नवंबर, 2018 को नोटिफिकेशन जारी होगा। नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख 19 नवंबर होगी। नाम वापसी 22 नवंबर तक होगी। चुनाव के परिणाम 11 दिसंबर को आएंगे।
राज्य में आचार संहिता लागू है। चुनाव प्रचार के दौरान किसी भी उम्मीदवार को चुनाव आयोग ने 28 लाख रुपये खर्च करने की अनुमति दी है। इससे पहले तेलंगाना में मई 2014 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इनका कार्यकाल जुलाई 2019 तक था। लेकिन उन्होंने राज्य में महौल को देखते हुए करीब आठ से नौ महीने पहले ही अपनी विधानसभा भंग दी थी। ताकि राज्य में जल्दी चुनाव कराए जा सके। चुनाव आयोग ने उसी परिपाटी को आगे बढ़ाते हुए तेलंगाना चुनाव का ऐलान किया है।
(समाचार एजेंसी भाषा इनपुट के साथ)