तेजप्रताप यादव ने तेजस्वी को बताया दुर्योधन, ट्वीट कर लिखा- 'जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है...'
By एस पी सिन्हा | Published: April 7, 2019 05:22 PM2019-04-07T17:22:42+5:302019-04-07T17:23:24+5:30
तेजप्रताप ने ट्वीट कर लिखा, ''दुर्योधन वह भी दे ना सका, आशीष समाज की ले न सका, उलटे हरि को बांधने चला, जो था असाध्य साधने चला, जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है''.
बिहार में टिकट बंटवारे को लेकर लालू परिवार में चल रहा घमासान अब और तेज हो गया है. शनिवार को बिहार की शिवहर सीट राजद के प्रत्याशी का नाम सामने आने के बाद राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने सीधे तौर पर अपने छोटे भाई तेजस्वी यादव बड़ा हमला बोला है.
राजद में सीट बंटवारे में सम्मानजनक भागीदारी नही मिलने पर प्रताप यादव ने नाम लिए बिना अपने 'अर्जुन' तेजस्वी को ही दुर्योधन करार देते हुए दिनकर की पंक्तियों में कहा है, 'जब नाश मनुज पर छाता है, पहले विवेक मर जाता है...' दूसरी ओर वह यह भी कहते हैं कि जो उनके और परिवार के बीच में आएगा, उसका सर्वनाश निश्चित है.
तेजप्रताप ने अपने ट्विटर एकाउंट पर राष्ट्रकवि दिनकर की कविता रश्मिरथी की पंक्तियां शेयर कर अपने ही छोटे भाई पर वार कर दिया. तेजप्रताप ने ट्वीट कर लिखा, ''दुर्योधन वह भी दे ना सका, आशीष समाज की ले न सका, उलटे हरि को बांधने चला, जो था असाध्य साधने चला, जब नाश मनुज पर छाता है पहले विवेक मर जाता है''.
इस पर विरोधियों ने चुटकी लेनी शुरू की तो ट्विटर पर ही उन्होंने विरोधियों को जवाब दिया. तेजप्रताप ने ट्वीट किया कि जो भी मेरे और मेरे परिवार के बीच आएगा उसका सर्वनाश निश्चित है.
दरअसल, तेजप्रताप ने जहानाबाद और शिवहर सीट से अपने पसंद के उम्मीदवारों को मैदान में उतारने की मांग की थी जिसे पार्टी ने ठुकरा दिया और दोनों जगहों पर प्रत्याशी के नामों का ऐलान कर दिया. यहां बता दें कि तेजस्वी यादव ने अपने बड़े भाई तेजप्रताप यादव की मांग ठुकरा दी है और शिवहर से उस प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया जिसके लिए तेजप्रताप यादव टिकट मांग रहे थे.
पार्टी ने सैयद फैसल अली को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं, शिवहर सीट से राजद उम्मीदवार की घोषणा से तेजप्रताप यादव नाराज बताए जाते हैं. उन्होंने शिवहर सीट से प्रत्याशी खड़ा करने की चेतावनी दी है. वहीं, सारण सीट पर ससुर चंद्रिका राय के खिलाफ खुद चुनाव लड़ सकते हैं. हाल ही में तेजप्रताप यादव ने 'लालू-राबडी मोर्चा' का ऐलान भी किया है.
उल्लेखनीय है कि तेज प्रताप यादव का अपनी पत्नी ऐश्वर्या राय से तलाक का मुकदमा चल रहा है. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में पार्टी ने ऐश्वर्या के पिता चंद्रिका राय को जब सारण से प्रत्याशी बनाया तो तेज प्रताप ने इसका विरोध किया. लेकिन पार्टी यहां भी उनके दबाव के आगे झुकने के लिए तैयार नहीं हुई.
दुर्योधन वह भी दे ना सका,
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) April 6, 2019
आशीष समाज की ले न सका,
उलटे, हरि को बाँधने चला,
जो था असाध्य, साधने चला।
जब नाश मनुज पर छाता है,
पहले विवेक मर जाता है। pic.twitter.com/DSo1wViptK
अब तेज प्रताप यादव जहानाबाद में अपनी पसंद के प्रत्याशी चंद्र प्रकाश यादव का 24 अप्रैल को निर्दलीय नामांकन कराने जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि सारण सीट पर अगर अनके ससुर लड़ते हैं तो वह खुद निर्दलीय मैदान में उतरेंगे.
इस बीच उन्होंने अपने भाई तेजस्वी यादव को चापलूसों से घिरा होने का आरोप लगाया तो तेजस्वी ने भी बडे भाई का नाम लिए बिना नसीहत दी कि घर के मामले बाहर नहीं जाने चाहिए.