लाइव न्यूज़ :

बिहारः कानून व्यवस्था को लेकर CM नीतीश पर बरसे तेजस्वी यादव, कहा- चाचा, जनता को अब प्रवचन नहीं चाहिए

By एस पी सिन्हा | Updated: August 24, 2018 18:19 IST

एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल भाजपा के साथ नीतीश कुमार के दोबारा सरकार बनाने के बाद से राज्य में आपराधिक घटनाएं बढी हैं। बताया जाता है कि आपराधिक घटनाओं में 20 प्रतिशत और बलात्कार की घटनाओं में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

Open in App

पटना, 24 अगस्त: बिहार में कानून-व्यवस्था पर प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नातीश कुमार को आड़े हांथ लिया है। तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा है कि बिहार पुलिस के आंकडे़ बता रहे हैं कि 'नैतिक बाबू' की तथाकथित दु:शासनी 'जदयू-भाजपा राज में' अपराध कई गुना बढ़े हैं। उन्होंने तंज भरे लहजे में ये भी कहा कि चाचा, जनता को अब प्रवचन नहीं चाहिए।

एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल भाजपा के साथ नीतीश कुमार के दोबारा सरकार बनाने के बाद से राज्य में आपराधिक घटनाएं बढी हैं। बताया जाता है कि आपराधिक घटनाओं में 20 प्रतिशत और बलात्कार की घटनाओं में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बिहार में हाल के दिनों में महिलाओं के खिलाफ कई भयावह आपराधिक घटनाएं हुई हैं। 

इसी रिपोर्ट पर तेजस्वी ने अपनी प्रतिक्रिया ट्वीट में लिखा है कि 'बिहार पुलिस के अपने आंकड़े नैतिक बाबू उर्फ अंतरात्मा कुमार को कह रहे हैं कि आपके तथाकथित दु:शासनी 'जदयू-भाजपा राज में' कई गुना अपराध बढ़ा है'। कुल आपराधिक घटनाओं में 20 फीसदी और बलात्कार की घटनाओं में 23 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। चाचा, जनता को अब प्रवचन नहीं चाहिए।

सुरक्षा में चूक पर तेजप्रताप के हत्या की साजिश के बयान पर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पलटवार में ट्वीट कर कहा है कि सुर्खियों में आकर सहानुभूति पाने के लिए अपनी असुरक्षा का नाटक कर रहे हैं तेज प्रताप। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि राजद की आपराधिक संस्कृति में पले लालू प्रसाद यादव के बडे पुत्र तेज प्रताप यादव अपनी पार्टी में उपेक्षा का शिकार हैं। इसलिए सुर्खियों में आकर सहानुभूति पाने के लिए अपनी असुरक्षा का नाटक कर रहे हैं। उन्हें भाजपा पर आरोप लगाने से पहले अपने आस-पास के लोगों की सही पहचान करनी चाहिए। 

यहां बता दें कि हाजीपुर से महुआ जाने के दौरान तेज प्रताप के काफिले में एक युवक से हथियार बरामद हुआ था। जिसपर तेजप्रताप यादव ने नाराजगी जताते हुये कहा कि मेरी हत्या की साजिश रची गई थी। उन्होंने भाजपा और एसएसएस पर साजिश रचने का आरोप लगाया था। 

बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच कर रही सीबीआई के एसपी जे पी मिश्रा के तबादले पर पटना हाई कोर्ट ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए सोमवार तक जवाब देने के लिए कहा है। इस बीच इसी तबादले की सूची में चारा घोटाले की जांच कर रहे एक अधिकारी अजय झा के चेन्नई भेजे जाने पर जदयू ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से पूछा हैं कि अब आप क्यों चुप हैं? 

जदयू नेता और प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि विपक्ष हर मुद्दे पर केवल राजनीति करना जानती है। उन्होंने अपने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए तबादले के ऊपर राजनीति करने पर तेजस्वी यादव से सवाल किया है। नीरज कुमार ने ट्वीट किया है कि 'बउआ तेजस्वी जी, हर चीज में राजनीति! मुजफ्फरपुर आश्रय केंद्र जांच में सीबीआई के एसपी जेपी मिश्रा के तबादले पर सवाल उठाया जा रहा है। लेकिन चारा घोटाले की जांच कर रहे एएसपी अजय कुमार झा के तबादले पर सवाल क्यों नहीं? जबकि अभी भी चारा घोटाले में केस संख्या आरसी/47 प्रक्रियाधीन है।

 उन्होंने आगे लिखा- 'आखिर झा साहब का भी तो तबादला हुआ। इस मामले में आपके पिता जी भी आरोपी हैं। इस तबादले पर आपकी या राजद का मन्तव्य क्या है? यही वे झा जी हैं, जिनके द्वारा मामले की गहन जांच ने आपके पिता जी को भ्रष्टाचार में सजा दिलवाई। कोई लाख करे चतुराई कर्म का लेख मिटे ना भाई!' किसी का भी तबादला करवा लें रो 'भतीजे', परन्तु आपके पिता जी के कर्मो का फल तो मिलना ही है। चुप क्यों हो गए तेजस्वी जी, सीबीआईे के एएसपी अजय झा जी के तबादले पर तो कुछ बोलिये। अब सांप सूंघ गया।

नीरज ने कहा है कि रांची में पदस्थापित अजय झा चारा घोटाले की जांच में दो दशक से अधिक से लगे हैं। उनके नेतृत्व में जांच के कारण लालू यादव को सबसे पहले बार दोषी करार दिया गया और सजा भी मिली। माना जाता है कि पूर्व निदेशक रंजित सिन्हा ने लालू यादव को ख़ुश करने के लिए उनका तबादला चेन्नई कर दिया था। लेकिन इस मामले में याचिकाकर्ता ललन सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कि कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया था कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक वो रांची में बने रहेंगे। 

दरअसल, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर मामले की जांच कर रहे सीबीआई के एसपी मिश्रा के तबादले को लेकर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि एसपी का तबादला बालिका आश्रयगृह के असली अभियुक्तों को बचाने की साजिश के तहत किया गया है। बता दें कि 21 अगस्त को सीबीआई ने नौ अधिकारियों का तबादला कर दिया गया था, जिसमें रांची सीबीआई के एएसपी अजय झा और पटना सीबीआई एसपी ज़े पी़ मिश्रा का भी नाम शामिल है।

टॅग्स :तेजस्वी यादवनितीश कुमारबिहारजेडीयूआरजेडी
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेपटना में पुलिस की गाड़ी का गलत U-Turn, महिला ने बीच सड़क ट्रैफिक नियमों की दिलाई याद

भारतजब सभी प्रशिक्षण लेते हैं, फिर नेता क्यों पुत्रों को वंचित रखते हैं ?

भारतबिहार: सीएम नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार के जदयू में आने को लेकर गरमाई सियासत, जदयू नेताओं ने की आवाज बुलंद

क्राइम अलर्टसुपौलः मौलवी और शादीशुदा महिला को आपत्तिजनक हालत पकड़ा, भीड़ ने पेड़ से बांधकर की पिटाई 

भारत50-100 ग्राम पी लेता है या पत्नी के लिए शराब लेकर जाने वाले को पकड़ना सरासर गलत?, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा-धंधेबाज पर कार्रवाई करो, मजदूर को मत सताओ

भारत अधिक खबरें

भारतFIH Men's Junior World Cup: जर्मनी ने गोल्ड पर किया कब्जा, स्पेन के पास रजत और भारत ने जीता कांस्य

भारतगोवा अग्निकांड: गौरव और सौरभ लूथरा का पासपोर्ट रद्द करने पर विचार कर रहा विदेश मंत्रालय, गोवा सरकार ने पत्र दिया?

भारतपीएम मोदी से मिले राहुल गांधी?, मुख्य सूचना आयुक्त और 8 सूचना आयुक्तों के चयन पर बैठक, कांग्रेस सांसद ने असहमति पत्र दिया

भारतइजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने पीएम मोदी को किया फोन?, गाजा शांति योजना पर बातचीत

भारतमुख्यमंत्री माजी लाडकी बहीण योजनाः 8000 सरकारी कर्मचारियों को लाभ मिला?, अदिति तटकरे ने कहा- 12,000 से 14,000 महिलाओं ने पति खातों का किया इस्तेमाल