पटना, 24 अगस्त: बिहार में कानून-व्यवस्था पर प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नातीश कुमार को आड़े हांथ लिया है। तेजस्वी ने ट्वीट कर कहा है कि बिहार पुलिस के आंकडे़ बता रहे हैं कि 'नैतिक बाबू' की तथाकथित दु:शासनी 'जदयू-भाजपा राज में' अपराध कई गुना बढ़े हैं। उन्होंने तंज भरे लहजे में ये भी कहा कि चाचा, जनता को अब प्रवचन नहीं चाहिए।
एक रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल भाजपा के साथ नीतीश कुमार के दोबारा सरकार बनाने के बाद से राज्य में आपराधिक घटनाएं बढी हैं। बताया जाता है कि आपराधिक घटनाओं में 20 प्रतिशत और बलात्कार की घटनाओं में 23 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बिहार में हाल के दिनों में महिलाओं के खिलाफ कई भयावह आपराधिक घटनाएं हुई हैं।
इसी रिपोर्ट पर तेजस्वी ने अपनी प्रतिक्रिया ट्वीट में लिखा है कि 'बिहार पुलिस के अपने आंकड़े नैतिक बाबू उर्फ अंतरात्मा कुमार को कह रहे हैं कि आपके तथाकथित दु:शासनी 'जदयू-भाजपा राज में' कई गुना अपराध बढ़ा है'। कुल आपराधिक घटनाओं में 20 फीसदी और बलात्कार की घटनाओं में 23 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। चाचा, जनता को अब प्रवचन नहीं चाहिए।
सुरक्षा में चूक पर तेजप्रताप के हत्या की साजिश के बयान पर उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने पलटवार में ट्वीट कर कहा है कि सुर्खियों में आकर सहानुभूति पाने के लिए अपनी असुरक्षा का नाटक कर रहे हैं तेज प्रताप। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि राजद की आपराधिक संस्कृति में पले लालू प्रसाद यादव के बडे पुत्र तेज प्रताप यादव अपनी पार्टी में उपेक्षा का शिकार हैं। इसलिए सुर्खियों में आकर सहानुभूति पाने के लिए अपनी असुरक्षा का नाटक कर रहे हैं। उन्हें भाजपा पर आरोप लगाने से पहले अपने आस-पास के लोगों की सही पहचान करनी चाहिए।
यहां बता दें कि हाजीपुर से महुआ जाने के दौरान तेज प्रताप के काफिले में एक युवक से हथियार बरामद हुआ था। जिसपर तेजप्रताप यादव ने नाराजगी जताते हुये कहा कि मेरी हत्या की साजिश रची गई थी। उन्होंने भाजपा और एसएसएस पर साजिश रचने का आरोप लगाया था।
बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड की जांच कर रही सीबीआई के एसपी जे पी मिश्रा के तबादले पर पटना हाई कोर्ट ने अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए सोमवार तक जवाब देने के लिए कहा है। इस बीच इसी तबादले की सूची में चारा घोटाले की जांच कर रहे एक अधिकारी अजय झा के चेन्नई भेजे जाने पर जदयू ने विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव से पूछा हैं कि अब आप क्यों चुप हैं?
जदयू नेता और प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि विपक्ष हर मुद्दे पर केवल राजनीति करना जानती है। उन्होंने अपने ट्विटर पर पोस्ट करते हुए तबादले के ऊपर राजनीति करने पर तेजस्वी यादव से सवाल किया है। नीरज कुमार ने ट्वीट किया है कि 'बउआ तेजस्वी जी, हर चीज में राजनीति! मुजफ्फरपुर आश्रय केंद्र जांच में सीबीआई के एसपी जेपी मिश्रा के तबादले पर सवाल उठाया जा रहा है। लेकिन चारा घोटाले की जांच कर रहे एएसपी अजय कुमार झा के तबादले पर सवाल क्यों नहीं? जबकि अभी भी चारा घोटाले में केस संख्या आरसी/47 प्रक्रियाधीन है।
उन्होंने आगे लिखा- 'आखिर झा साहब का भी तो तबादला हुआ। इस मामले में आपके पिता जी भी आरोपी हैं। इस तबादले पर आपकी या राजद का मन्तव्य क्या है? यही वे झा जी हैं, जिनके द्वारा मामले की गहन जांच ने आपके पिता जी को भ्रष्टाचार में सजा दिलवाई। कोई लाख करे चतुराई कर्म का लेख मिटे ना भाई!' किसी का भी तबादला करवा लें रो 'भतीजे', परन्तु आपके पिता जी के कर्मो का फल तो मिलना ही है। चुप क्यों हो गए तेजस्वी जी, सीबीआईे के एएसपी अजय झा जी के तबादले पर तो कुछ बोलिये। अब सांप सूंघ गया।
नीरज ने कहा है कि रांची में पदस्थापित अजय झा चारा घोटाले की जांच में दो दशक से अधिक से लगे हैं। उनके नेतृत्व में जांच के कारण लालू यादव को सबसे पहले बार दोषी करार दिया गया और सजा भी मिली। माना जाता है कि पूर्व निदेशक रंजित सिन्हा ने लालू यादव को ख़ुश करने के लिए उनका तबादला चेन्नई कर दिया था। लेकिन इस मामले में याचिकाकर्ता ललन सिंह ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कि कोर्ट ने सीबीआई को आदेश दिया था कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक वो रांची में बने रहेंगे।
दरअसल, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर मामले की जांच कर रहे सीबीआई के एसपी मिश्रा के तबादले को लेकर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि एसपी का तबादला बालिका आश्रयगृह के असली अभियुक्तों को बचाने की साजिश के तहत किया गया है। बता दें कि 21 अगस्त को सीबीआई ने नौ अधिकारियों का तबादला कर दिया गया था, जिसमें रांची सीबीआई के एएसपी अजय झा और पटना सीबीआई एसपी ज़े पी़ मिश्रा का भी नाम शामिल है।