पटना,10 जनवरी। महागठबंधन के नेताओं की आज राबड़ी देवी के आवास पर आज बुलाई गई बैठक में किसानों के मांगों के समर्थन में मानव श्रृंखला बनाने का ऐलान किया गया है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बैठक के बाद कहा कि किसानों के समर्थन में महागठबंधन 30 जनवरी को मानव श्रृंखला बनाएगा और यह श्रृंखला पंचायत तक जुड़ेगा। उन्होंने कहा कि बिहार और केंद्र सरकार किसानों की दुश्मन बनी हुई है। लेकिन महागबंधन किसानों के साथ है। इस मौके पर तेजस्वी यादव ने यह भी कहा कि बिहार विधानसभा अगर पांरपरिक तरीके से नहीं चला तो वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद और रेणु कुशवाहा के आवास का घेराव करेंगे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि आने वाले सत्र को चार दिन में ही खत्म करने का तैयारी की जा रही है। ऐसे में नए विधायक को कैसे सीखने का मौका मिलेगा? सरकार का कहना है मार्च के महीने में कोरोना वैक्सीन आएगा तो सदन चलेगा। मैंने विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया है कि सभी दलों को लेकर बैठक की जाए। सरकार सवालों से क्यों भाग रही है? अगर विधानसभा नहीं चलेगा तो जनप्रतिनिधि कहा पर सवाल उठाएंगे? विधानसभा का सत्र चलता तो अधिकारियों पर दवाब होता है।
उन्होंने कहा कि कल विधानसभा के विधानसभा अध्यक्ष से मिलने के लिए गए थे। विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया कि आने वाले विधानसभा के बजट सत्र को पहले कर दिया जाए और उसको छोटा कर निपटा दिया जाए। विधानसभा जनता का मंदिर है। उनकी समस्या को यहां पर उठाया जाता है। एक साल में सिर्फ चार दिन ही सत्र चल पाया है। तेजस्वी यादव ने कहा कि जब सत्र नहीं चलेगा तो कैसे किसान, युवाओं की समस्या और उनका मुद्दा उठाया जाएगा? ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया गया है कि सदन को पारंपरिक तरीके से चलने दिया जाए। जब सदन चलेगा तो सही से कोरोना वैक्सीन का फीडबैक भी जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मिलेगा। स्कूल कॉलेज सबकुछ खुल गया है तो अब तो कोई समस्या विधानसभा चलाने में नहीं होनी चाहिए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि कृषि बिल का विरोध करने वाले 50 किसान शहीद हो गए हैं। लेकिन ना तो केंद्र सरकार और न ही नीतीश सरकार को किसानों से कोई लेना देना है। बिहार के किसान सस्ते दाम पर धान बेचने को मजबूर हैं। एमएसपी पर धान की खरीद नहीं हो रही है। सरकार किसानों को और कंगाल बना रही है। उन्होंने कहा कि किसान विरोधी कानून के खिलाफ हम किसानों के साथ मजबूती से खडे हैं।
बिहार ऐसा प्रदेश है, जहां 16 साल से एनडीए की सरकार में नीतीश कुमार जी ने इस प्रदेश को बेरोजगारी का केंद्र और मजबूर प्रदेश बना दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार के युवाओं को नीतीश कुमार रोजगार देने में समक्ष में नहीं रहे हैं, पूरी तरह से युवाओं को बेरोजगार बना दिया है। गांव मे रहने वाले किसानों को भी अब नीतीश कुमार बेरोजगार बनाने पर तुले हुए हैं। इस दौरान तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि नीतीश कुमार नेता नहीं बल्कि ब्लैकमेलर और बार्गेनर हैं।
पत्रकारों ने तेजस्वी यादव से नीतीश कुमार के उस बयान के बारे में प्रतिक्रिया मांगी, जिसमें बिहार मुख्यमंत्री ने शनिवार को कहा था कि चुनाव के दौरान पता नहीं चला कि कौन साथ है और कौन नहीं। इस पर जवाब देते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि यह जैसे को तैसा है। अगर आप नीतीश कुमार के इतिहास को देखेंगे तो पता चलेगा कि उन्होंने जॉर्ज फर्नांडिस, स्वर्गीय दिग्विजय सिंह और हमारी पार्टी के साथ क्या किया है? उन्होंने किसको धोखा नहीं दिया? उन्होंने पीछे के दरवाजे से सत्ता हासिल की है। उन्हें सत्ता की भूख है। तेजस्वी ने कहा कि उनके द्वारा हो रही बिहार की बर्बादी को सब लोग देख रहे हैं। वे एक ब्लैकमेलर और बार्गेनर हैं। वे नेता नहीं है। वे जनता के लिए नहीं बल्कि सिर्फ अपने लिए हैं।