पटनाः नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के दिल्ली से पटना पहुंचते ही सियासी हलचल तेज हो गई है। नेताओं के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है। तेजस्वी यादव के दो-तीन महीने में बिहार की सरकार गिर जाने के बयान के बाद बिहार में सियासी सरगर्मी तेज हो गई है। राजद के कई नेताओं ने भी उनके बयान के बाद कहा कि एनडीए के कई नेता औऱ विधायक लालू यादव के संपर्क में हैं। माकूल वक्त का इंतजार किया जा रहा है ताकि समय पर चोट की जा सके। हालांकि जदयू और भाजपा ने तेजस्वी के इस बयान को कोरी कल्पना करार दिया।
सत्ता पक्ष का कहना है कि वे सपना देख रहे हैं। एनडीए की सरकार पूरी तरह मजबूत है। जदयू की तरफ से लगातार उन पर पलटवार किया जा रहा है। पहले जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने हमला किया था तो वहीं अब जदयू के वरिष्ठ नेता उपेन्द्र कुशवाहा ने पलटवार कर दिया है। उन्होंने साफ-साफ कह दिया है कि अगले पांच साल तक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार को दुनिया की कोई भी ताकत नहीं हटा सकती है।
साथ ही कहा कि अगर जदयू के कुछ विधायकों के संपर्क में होने का दावा तेजस्वी यादव कर रहे हैं, तो राजद के भी कई विधायक हमारे संपर्क में हैं, लेकिन इस समय इससे अधिक हम कुछ नहीं कहेंगे क्योंकि राजनीति संभावनाओं का खेल भी माना जाता है।
राघोपुर में कहा था-दो तीन महीने में गिर जाएगी सरकार
दरअसल, तेजस्वी शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र में राघोपुर गए थे। वहां जनता ने उनके समक्ष समस्याएं रख रही थी। समस्याओं को लेकर लोग आक्रोश जाहिर कर रहे थे। इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि घबराइए मत, यह सरकार दो से तीन महीने में गिरने वाली है, रुक जाइए। उनके इस बयान के बाद से राजनीति में गर्माहट आ गई है। यहां बता दें कि लंबे समय तक दिल्ली में रहने के बाद तेजस्वी हाल ही में पटना लौटे हैं। यहां लौटते ही उन्होंने चिराग पासवान को आमंत्रण दे दिया। इसके साथ ही राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला।
निकाले जा रहे बयान के मायने
उन्होंने कोरोना, बेरोजगारी, टीकाकरण आदि के मुद्दे पर सरकार को घेरा। इस बीच उनके इस बयान के कई मायने निकाले जा रहे हैं। हाल के दिनों पर गौर करें तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी लगातार भाजपा पर हमलावर रहे हैं। इस क्रम में उन्होंने कोरोना टीकाकरण प्रमाणपत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर पर भी आपत्ति जताई थी। इसके अलावा भी कई मौके पर उन्होंने तल्ख तेवर दिखाए। वहीं तेजस्वी के बडे़ भाई तेजप्रताप से उनकी मुलाकात की भी खूब चर्चा हुई। ऐसे में तेजस्वी के बयान के मायने निकाले जा रहे हैं।