"मां" जैसे पवित्र शब्द का अपमान करने वाले को तुरंत जेल भेजो, राजद के खिलाफ तेज प्रताप यादव ने खोला मोर्चा
By एस पी सिन्हा | Updated: September 21, 2025 16:54 IST2025-09-21T16:41:26+5:302025-09-21T16:54:51+5:30
लोगों ने मां पर उंगली उठाने और गाली देने का काम किया है, उनके ऊपर सिर्फ प्राथमिकी ही नहीं, बल्कि उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए।

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पटनाः राजद नेता तेजस्वी यादव की सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मां को गाली देने का वीडियो वायरल होने पर लालू प्रसाद यादव के बड़े लाल तेज प्रताप यादव ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि जो भी व्यक्ति "मां" जैसे पवित्र शब्द का अपमान करता है, उसे तुरंत जेल भेजा जाना चाहिए। उन्होंने ऐलान कर दिया है कि यदि गाली देने वाले को जेल नहीं भेजा गया तो महुआ में आंदोलन करेंगे। पटना में मीडिया से बात करते हुए तेजप्रताप यादव ने घटना की कड़ी निंदा की और साफ शब्दों में कहा कि जिन लोगों ने “मां” जैसे पवित्र शब्द का अपमान किया है, उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने मां पर उंगली उठाने और गाली देने का काम किया है, उनके ऊपर सिर्फ प्राथमिकी ही नहीं, बल्कि उन्हें जेल भेजा जाना चाहिए।
मैं बिहार और केंद्र सरकार से मांग करता हूं कि इस मामले में दोषियों को बिना देरी के सलाखों के पीछे भेजा जाए। तेजप्रताप ने महुआ के राजद विधायक मुकेश रोशन पर भी निशाना साधते हुए चेतावनी दी कि अगर आरोपी को जेल नहीं भेजा गया तो उनकी पार्टी जनशक्ति जनता दल महुआ में आंदोलन खड़ा करेगी।
तेज प्रताप ने कहा कि हम पहले भी कह चुके हैं और फिर दोहराते हैं कि ‘मां, मां होती है।’ मां वह होती है जो अपनी संतान को 9 महीने गर्भ में रखती है। मां को गाली देना, उसका अपमान करना बेहद शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि पहले राहुल गांधी की सभा में, फिर तेजस्वी यादव की सभा में प्रधानमंत्री की मां को लेकर अपमानजनक बातें कही गईं। महुआ के विधायक ने जो कुछ भी कहा है, हम उसकी निंदा करते हैं।
बता दें कि राजद पहले ही इस मामले पर सफाई दे चुकी है। राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने कहा है कि जिस वीडियो को आधार बनाकर आरोप लगाए जा रहे हैं, वह एडिटेड है और उसकी कोई विश्वसनीयता नहीं है। उन्होंने कहा कि राजद गाली-गलौज की राजनीति में विश्वास नहीं रखती, यह पार्टी के संस्कारों में नहीं है। जिसने भी यह किया है, उस पर कड़ी कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
तेजस्वी यादव की सभा में पीएम मोदी की मां को गाली देने पर भाजपा ने दर्ज कराई प्राथमिकी
बिहार की राजनीति में तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के दौरान पीएम मोदी की दिवंगत मां को लेकर की गई कथित अभद्र टिप्पणी पर भाजपा ने गंभीर आपत्ति जताई है। पार्टी ने पटना के गांधी मैदान थाने में तेजस्वी यादव और विधायक मुकेश रोशन के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाई है। पटना के गांधी मैदान थाना में यह शिकायत भाजपा प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य कृष्ण सिंह कल्लू द्वारा दर्ज कराई गई है।
शिकायत में आरोप लगाया गया है कि तेजस्वी यादव और राजद विधायक मुकेश कुमार रोशन ने जनसभा में प्रधानमंत्री मोदी की माता को अशोभनीय और आपत्तिजनक शब्दों से संबोधित किया। इसके साथ ही आरएसएस के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की गई। प्राथमिकी में प्रधानमंत्री की मां और आरएसएस के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगाया गया है।
भाजपा नेताओं ने तेजस्वी से माफी की मांग करते हुए इसे ‘राजनीति का निम्नतम स्तर’ बताया है। दूसरी ओर इस मामले में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है और भाजपा ने इसे शर्मनाक करार देते हुए सार्वजनिक माफी और कानूनी कार्रवाई की मांग की है। कृष्ण सिंह कल्लू ने कहा कि यह न केवल घोर निंदनीय कृत्य है, बल्कि बिहार की सभ्यता और लोकतांत्रिक मूल्यों का भी अपमान है।
उन्होंने मांग की कि इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। बता दें कि बिहार तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ के दौरान कथित तौर पर यह गाली वैशाली जिले के महुआ में आयोजित एक जनसभा के दौरान दी गई है। तेजस्वी यादव जब मंच से संबोधन दे रहे थे तो उसी वक्त भीड़ से पीएम मोदी की दिवंगत मां को लेकर कथित अभद्र टिप्पणी की गई जिसके बाद भाजपा ने तीखा विरोध दर्ज किया है। जाहिर है बिहार की सियासत में यह घटना बड़ा मुद्दा बन गई है।
इस आरोप पर राजद के प्रवक्ता चितरंजन गगन ने पलटवार किया। उनका कहना है कि तेजस्वी यादव की ‘बिहार अधिकार यात्रा’ को मिली जनता की अभूतपूर्व समर्थन से भाजपा घबरा गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और उसके सहयोगी उन मुद्दों पर बोलने में असमर्थ हैं, जिन्हें तेजस्वी यात्रा में उठा रहे हैं। चितरंजन गगन ने इसे भाजपा द्वारा ध्यान भटकाने के लिए रची गई रणनीति और प्रपंच करार दिया।
तेजस्वी यादव की सभा में पीएम मोदी की माँ को गाली दिए जाने पर अब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने भी जताई नाराजगी
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले लालू परिवार में चल रहे अंदरूनी कलह के बीच राजद प्रमुख लालू यादव के दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य ने विवादों के बीच फिर एक बड़ा बयान दिया है। रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर कहा है कि किसी भी माँ बहन बेटी के प्रति अमर्यादित और अभद्र व अश्लील भाषा का प्रयोग ना करें। रोहिणी आचार्य ने कहा कि आप सबों को माँ दुर्गा के दिव्यागमन 'महालया' की हार्दिक शुभकामनाएं।
देवी माँ आप सभी के जीवन में सुख, समृद्धि, ऐश्वर्य, शक्ति , भक्ति और आरोग्य लाएं मेरी यही कामना है और आप सब दुर्गा स्वरूपा हरेक माँ-बहन-बेटी के प्रति सम्मान का भाव रखते हुए अमर्यादित, अभद्र व् अश्लील भाषा का प्रयोग कदापि ना करें। बता दें कि रोहिणी आचार्य ने अपने सोशल मीडिया से सभी को अनफॉलो कर दिया है।
रोहिणी आचार्य अब केवल 3 लोगों को फॉलो करती हैं, जिनमें एक भी राजनेता या परिवार का सदस्य नहीं है। रोहिणी केवल अपने पति शमशेर सिंह, राहत इंदौरी और द स्ट्रेट्स टाइम्स को फॉलो कर रही हैं। रोहिणी आचार्य के इस कदम से माना जा रहा है कि वो पूरी तरह राजनीति से दूरी बनाने जा रही हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार रोहिणी पार्टी से इस्तीफा भी दे सकती हैं। रोहिणी आचार्य ने फिलहाल अपने अकाउंट्स को अनलॉक तो कर दिया है, लेकिन उन्होंने सभी को अनफॉलो कर लिया है और राजनीति से दूरी बनाती दिख रही हैं। दरअसल, विवाद की शुरुआत बिहार अधिकार यात्रा के दौरान हुई, जब तेजस्वी यादव के करीबी संजय यादव बस की अगली सीट पर बैठे नजर आए।
राजद नेताओं का मानना है कि आगे की सीट शीर्ष नेतृत्व के लिए आरक्षित होती है। इस पर सोशल मीडिया यूजर आलोक कुमार की टिप्पणी को रोहिणी ने बिना कुछ लिखे अपने एक्स पर शेयर कर दिया। हालांकि, संजय यादव पर किसी तरह की कार्रवाई नहीं हुई।
इसके बाद रोहिणी ने शाम तक एक और पोस्ट कर स्थिति को संभालने की कोशिश की और दो नेताओं की तस्वीर साझा करते हुए लिखा कि वंचितों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े वर्ग को आगे लाना ही लालू यादव जी के सामाजिक-आर्थिक न्याय के अभियान का मूल मकसद है। लेकिन उन्होंने फिर एक ट्वीट कर माहौल को गर्मा दिया। इसके बाद बढ़ते विवाद को देख उन्होंने अपने अकाउंट को प्राइवेट कर दिया था। लेकिन 8 घंटे के बाद उन्होंने अपने अकाउंट को फिर पब्लिक किया है।
