अहमदाबाद: तीस्ता सीतलवाड़ के पूर्व सहयोगी रईस खान ने अहमद पटेल द्वारा तीस्ता सीतलवाड़ को गुजरात दंगे के बाद 30 लाख रुपये देने की बात कबूली है। दरअसल, इस मामले की जांच कर रही एसआईटी ने एक एफिडेविट फ़ाइल में कहा कि कांग्रेस अध्यक्षा के सलाहकार अहमद पटेल के पास से समाजिक कार्यकर्ता को दो बार पैसे दिए गए हैं।
शनिवार को न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान रईस खान पठान ने कहा कि अहमद पटेल ने तीस्ता को अपनी ही पार्टी और देश-विदेश की एजेंसियों से फंड देने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि शुरू में तीस्ता को 5 लाख रुपये की राशि दी गई। बाद में 25 लाख रुपये की राशि तीस्ता को सौंपी।
तीस्ता के पूर्व सहयोगी ने कहा कि 2002 के गुजरात दंगों के बाद, जब अहमद पटेल ने पहली बार तीस्ता को सर्किट हाउस में मिलने के लिए बुलाया, तो मैं भी उसके साथ था। अहमद पटेल ने तीस्ता से कहा कि वह बाबरी मस्जिद दंगों में उनकी भूमिका से परिचित हैं।
पठान ने कहा कि यह शुरूआती दौर की बात है। उन्होंने कहा कि तीस्ता पहले से ही अहमद पटेल को जानती थी। गुजरात दंगे होने के कुछ दिनों बाद दोनों की पहली मुलाकात सर्किट हाउस में हुई थी। अहमद पटेल ने सर्किट हाउस में तीस्ता को मिलने के बुलाया था। उन्होंने कहा कि इस मीटिंग के लिए मैं भी तीस्ता के साथ गया था।
रईस खान के अनुसार, इस मुलाकात में अहमद पटेल ने तीस्ता सीतलवाड़ से कहा कि मैं आपके काम से अच्छी तरह परिचित हूं, जो आपने बाबरी मस्जिद और राम जन्मभूमि आंदोलन के समय काम किया था। तब हम सत्ता में थे, लेकिन अब नहीं हैं। दोनों की लंबी बातचीत के बाद बात फंड पर आकर रुकी। तीस्ता सीतलवाड़ ने साफ कह दिया था कि हमारे पास फंड नहीं है। अगर फंड की कमी होती है तो आगे हम काम नहीं कर पाएंगे। तब अहमद पटेल ने तीस्ता को फंड को लेकर बेफिक्र होने के लिए कहा।
पठान ने आगे बताया कि तीस्ता से पटेल ने कहा कि हम हमारी के पार्टी के द्वारा आपको फंड मुहैया कराएंगे। इसके अलावा आपको देश-विदेश से बहुत सारी एजेंसियां आपको फंड देंगी। इस पर तीस्ता ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो आप जैसा चाहेंगे वैसा काम होगा। रईस खान ने कहा कि पहली फंडिंग पांच लाख की हुई थी, जो अहमद पटेल ने तीस्ता सीतलवाड़ को दिए। इसके दो दिन बाद शाहीबाग सर्किट (अहमदाबाद) के अंदर उन्होंने 25 लाख रुपये से भरा बैग दिया।