विल्लुपुरम: दक्षिण भारत के राज्य तमिलनाडु में जहरीली शराब से मौतों की घटना से सनसनी मच गई है। पुलिस के अनुसार, मंगलवार को विल्लुपुरम जिले में दो अन्य लोगों की मौत हो गई है और इसी के साथ राज्य में दो अलग-अलग घटनाओं में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है।
एक साथ इतनी मौतों के कारण प्रशासन महकमें में हड़कंप मच गया है वहीं, इलाके में मातम पसरा हुआ है। बीते सोमवार को मामले पर पुलिस ने कहा कि जिले के मरक्कनम के एकियारकुप्पम मछली पकड़ने वाले गांव में शनिवार शाम को लोगों के एक समूह द्वारा अवैध शराब पीने से मरने वालों की कुल संख्या 11 हो गई है।
पुलिस के मुताबिक, शनिवार को हुई इस घटना में मरने वालों की पहचान शंकर, सुरेश, धरनिवेल, राजामूर्ति, विजयन, मन्नकट्टी, मलारविजली, अभिराम, केशव वेलू, शंकर, विजयन, राजा वेलू और सरथ कुमार के रूप में हुई है।
वहीं, एक अन्य घटना जो कि रविवार को चेंगलपट्टू जिले के मदुरंथागम में हुई। इस घटना में कथित तौर पर अवैध शराब पीने के कारण पांच लोगों की दर्दनाक मौत हो गई।
दोनों घटनाओं के सामने आने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है। दो दिन राज्य के दो अलग इलाकों में जहरीली शराब के कारण मौत की घटना सामने आने के बाद से पुलिस पर कई तरह के सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
इस बीच, पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वह उचित कार्रवाई कर मामले की तह तक जाएंगे।
मामले में एक शख्स गिरफ्तार
तमिलनाडु पुलिस ने जहरीली शराब मामले में अमरन नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस को उसके कब्जे से जब्त जहरीली शराब मिली है जिसमें मेथेनॉल की मौजूदगी का पता लगाने के लिए उसे जांच के लिए आगे भेज दिया गया है।
हालांकि, पुलिस ने राज्य के उत्तरी क्षेत्र में जहरीली शराब से मौत की दो अलग-अलग घटनाओं के बीच संबंध से इनकार किया है।
मालूम हो कि रविवार को मुख्यमंत्री स्टालिन ने मृतकों के परिवारों में से प्रत्येक को 10 लाख रुपये देने की घोषणा की और अस्पताल में भर्ती लोगों को 50,000 रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की है।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को इस घटना में अस्पताल में भर्ती लोगों को विशेष उपचार देने का भी निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार अवैध शराब और नशीले पदार्थों पर अंकुश लगाने के लिए कड़े कदम उठा रही है।