Tahawwur Hussain Rana: तहव्वुर हुसैन राणा का भारत प्रत्यर्पण मोदी सरकार की बड़ी सफलता, अमित शाह ने कहा
By सतीश कुमार सिंह | Updated: April 9, 2025 23:15 IST2025-04-09T22:03:09+5:302025-04-09T23:15:05+5:30
Tahawwur Hussain Rana 26/11: मोदी सरकार का प्रयास भारत के सम्मान, भूमि और लोगों पर हमला करने वालों को न्याय के दायरे में लाना है।

Tahawwur Hussain Rana 26/11
Tahawwur Hussain Rana 26/11: गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि तहव्वुर हुसैन राणा का भारत प्रत्यर्पण मोदी सरकार की बड़ी सफलता है। राणा पर अमित शाह ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार का प्रयास भारत के सम्मान, भूमि और लोगों पर हमला करने वालों को न्याय के कठघरे में लाना है। शाह ने बुधवार को कहा कि 26/11 मुंबई आतंकवादी हमले के प्रमुख आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा का प्रत्यर्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की बड़ी सफलता है। राणा को बहुत जल्द ही अमेरिका से भारत लाए जाने की उम्मीद है, क्योंकि अमेरिकी उच्चतम न्यायालय ने उसे भारत प्रत्यर्पित करने के फैसले के खिलाफ उसके आवेदन को खारिज कर दिया है। शाह ने कहा, ‘‘तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीति की बड़ी सफलता है।’’
गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार का प्रयास भारत के सम्मान, भूमि और लोगों पर हमला करने वालों को न्याय के दायरे में लाना है। उन्होंने कहा, ‘‘उसे यहां लाया जाएगा और मुकदमे तथा सजा से सामना कराया जाएगा। यह मोदी सरकार की बड़ी सफलता है।’’ शाह ने कांग्रेस का नाम लिए बगैर उस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि 2008 में मुंबई आतंकवादी हमले के समय जो लोग सत्ता में थे, वे राणा को मुकदमे का सामना कराने के लिए भारत नहीं ला सके।
तहव्वुर राणा को विशेष विमान से भारत लाया जा रहा है: सूत्र
मुंबई आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को बृहस्पतिवार को विशेष विमान से भारत लाए जाने की संभावना है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। पाकिस्तानी मूल के 64 वर्षीय कनाडाई नागरिक राणा को लॉस एंजिलिस के ‘मेट्रोपोलिटन डिटेंशन सेंटर’ में रखा गया था।
अधिकारियों ने बताया कि एक बहु-एजेंसी टीम अमेरिका गई है और राणा को भारत लाने के लिए अमेरिकी अधिकारियों के साथ सभी कागजी कार्रवाई और कानूनी प्रक्रियाएं पूरी की जा रही हैं। प्रत्यर्पण से बचने के राणा के आखिरी प्रयास के विफल होने के बाद उसे भारत लाया जा रहा है, क्योंकि अमेरिकी उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों ने उसके आवेदन को खारिज कर दिया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा, ‘‘आप सभी जानते हैं कि अमेरिकी उच्चतम न्यायालय ने उसकी याचिका खारिज कर दी है। जहां तक राणा के प्रत्यर्पण का सवाल है, इस समय मेरे पास कोई जानकारी नहीं है।’’ साप्ताहिक प्रेस वार्ता के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘हम आपको उचित समय पर जानकारी देंगे।’’
राणा को पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा माना जाता है, जो 26/11 के मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है। 26 नवंबर 2008 को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों के एक समूह ने अरब सागर में समुद्री मार्ग से भारत की वित्तीय राजधानी मुंबई में घुसपैठ करने के बाद एक रेलवे स्टेशन, दो आलीशान होटलों और एक यहूदी केंद्र पर हमला किया था।
साल 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों में छह अमेरिकियों समेत कुल 166 लोग मारे गए थे। इन हमलों को 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने अंजाम दिया था। नवंबर 2012 में, पाकिस्तानी समूह के एकमात्र जीवित आतंकवादी अजमल आमिर कसाब को पुणे की यरवदा जेल में फांसी दे दी गई थी। जांच एजेंसी के अधिकारियों ने कहा कि राणा ने हेडली को भारत के लिए वीजा दिलाने में मदद की थी।
फरवरी में अमेरिकी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास एवं कार्यालय ‘व्हाइट हाउस’ में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने घोषणा की थी कि उनके प्रशासन ने ‘दुनिया के सबसे बुरे व्यक्ति’ राणा को ‘भारत में न्याय का सामना करने के लिए’ प्रत्यर्पित करने की मंजूरी दे दी है।