नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शनक रहे लोगों को हटाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। केंद्र सरकार द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पूछा कि अगर सब सड़क पर प्रदर्शन करने लगे तो क्या होगा?
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र और अन्य को निर्देश की मांग करने वाली याचिकाओं पर आज सुनवाई कर रहा है। कोर्ट में याचिका दायर की गई थी कि शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए।
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि लोगों को अपनी आवाज समाज तक पहुंचाने का पूरा हक है। हम हक की रक्षा के विरोध के खिलाफ नहीं हैं। कोर्ट ने कहा कि आप दिल्ली ट्रैफिक की समस्या को जानते हैं। हर कोई सड़क पर उतरने लगे तो क्या होगा? यह जनजीवन को ठप करने की समस्या से जुड़ा मुद्दा है।
सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि शाहीन बाग में CAA के प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए किसे नियुक्त किया जा सकता है। सुनवाई के दौरान वरिष्ठ अधिवक्ता संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन के नाम प्रदर्शनकारियों से बात करने के लिए एक वार्ताकार के रूप में नियुक्त किए जाने के लिए सामने आए। सुप्रीम कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 24 फरवरी की तारीख तय की है।