नए इंजन से लैस होंगे सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमान, चीन-पाकिस्तान से निपटने के लिए घातक हथियार भी फिट किए जाएंगे

By शिवेन्द्र कुमार राय | Updated: September 3, 2024 17:30 IST2024-09-03T17:29:04+5:302024-09-03T17:30:56+5:30

भारतीय वायु सेना (IAF) की युद्धक तैयारी को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) ने Su-30 MKI लड़ाकू विमान के लिए 240 AL-31FP एयरो-इंजन की खरीद को हरी झंडी दे दी है।

Sukhoi-30 MKI fighter aircraft will be equipped with new engines to deal with China-Pakistan | नए इंजन से लैस होंगे सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमान, चीन-पाकिस्तान से निपटने के लिए घातक हथियार भी फिट किए जाएंगे

भारतीय वायु सेना के लड़ाकू बेड़े की रीढ़ है Su-30 MKI

HighlightsSu-30 MKI रूस द्वारा विकसित और HAL द्वारा लाइसेंस के तहत निर्मित दो इंजन वाला बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान हैलड़ाकू विमान के लिए 240 AL-31FP एयरो-इंजन की खरीद को हरी झंडीइंजनों की डिलीवरी लगभग एक साल में शुरू होने की उम्मीद है और अगले आठ वर्षों में पूरी हो जाएगी

नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना (IAF) की युद्धक तैयारी को बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम में सुरक्षा पर कैबिनेट समिति (CCS) ने Su-30 MKI लड़ाकू विमान  के लिए 240 AL-31FP एयरो-इंजन की खरीद को हरी झंडी दे दी है। इन इंजनों की खरीद हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स (एचएएल) से होगी। आपूर्ति किए जाने वाले इंजनों की अनुमानित लागत 26,000 करोड़ रुपये है। यह पहल भारत की रक्षा क्षमताओं के आधुनिकीकरण और स्वदेशीकरण में एक महत्वपूर्ण कदम है।

रक्षा मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, इन इंजनों की डिलीवरी लगभग एक साल में शुरू होने की उम्मीद है और अगले आठ वर्षों में पूरी हो जाएगी। AL-31FP इंजन में 54 प्रतिशत से अधिक स्वदेशी सामग्री होगी। इन इंजनों का निर्माण एचएएल के कोरापुट डिवीजन में किया जाएगा। यह परियोजना भारत सरकार द्वारा समर्थित 'आत्मनिर्भर भारत' पहल को मजबूत करेगी। 

Su-30 MKI रूस द्वारा विकसित और HAL द्वारा लाइसेंस के तहत निर्मित दो इंजन वाला बहुउद्देश्यीय  लड़ाकू विमान है। यह भारतीय वायु सेना के लड़ाकू बेड़े की रीढ़ है। वर्तमान में सेवा में मौजूद पुराने इंजनों को नए इंजनों से बदला जाएगा। इससे  यह सुनिश्चित होगा कि Su-30 MKI बेड़ा परिचालन रूप से प्रभावी और महत्वपूर्ण मिशनों को पूरा करने में सक्षम रहेगा।

पूरे Su-30 MKI बेड़े के लिए लगभग 950 इंजनों की आवश्यकता होगी। इस लिहाज से यह खरीद सिर्फ शुरुआत है। बेड़े को बनाए रखने और अपग्रेड करने के लिए और अधिक इंजन हासिल किए जाने की उम्मीद है। सुखोई 30 के बेड़े को नए इंजनों से लैस करने की योजना को एक बड़े रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है।  Su-30 MKI बालाकोट हवाई हमले और चीन के साथ चल रहे सीमा तनाव सहित कई हाई-प्रोफाइल ऑपरेशनों में महत्वपूर्ण रहा है।

ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल और एस्ट्रा हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल जैसी स्वदेशी प्रणालियों से लैस है। विमान की क्षमता ने इसे भारतीय वायुसेना का एक दुर्जेय हथियार बना दिया है। Su-30 MKI बेड़े को अपग्रेड भी किया जा रहा है। इस अपग्रेड में उन्नत एवियोनिक्स, रडार और इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर शामिल है। 

एचएएल भारतीय वायुसेना और अन्य भागीदारों के सहयोग से 60,000 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की अपग्रेडेशन की महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम करेगा। पग्रेड का पहला चरण लगभग 100 लड़ाकू विमानों पर केंद्रित होगा, जिसका काम पूरी तरह से भारत के भीतर ही किया जाएगा।

Web Title: Sukhoi-30 MKI fighter aircraft will be equipped with new engines to deal with China-Pakistan

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